बिहार विधानसभा चुनाव: दूसरे फेज की 122 सीटों पर मतदान आज…2020 में महागठबंधन ने जीती थी 66 सीटें

3.7 करोड़ मतदाता तय करेंगे 1,302 उम्मीदवार का भाग्य

पटना/नई दिल्ली । बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज की 122 सीटों पर वोटिंग 11 नंवबर को होनी है। मतदान मंगलवार सुबह 7 बजे से शुरू होगा। इसके लिए 45,399 बूथ बनाए गए हैं। 122 सीटों पर 1302 उम्मीदवार मैदान में हैं। विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 14 नवंबर को आएगा। पहले फेज में रिकॉर्ड 65 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। दूसरे चरण की 122 सीटों में से 101 सामान्य सीटें हैं, 19 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं, और 2 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। इस चरण में लगभग 3.7 करोड़ मतदाता मतदान के लिए पात्र हैं, जिनमें लगभग 1.95 करोड़ पुरुष और 1.74 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। कुल 1,302 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 136 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। मतदाताओं की सुविधा और मतदान प्रक्रिया को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए 20 जिलों में 45,399 से अधिक मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, तो महागठबंधन की वापसी का पूरा दारोमदार भी इस क्षेत्र की सीटों पर टिका है। असदुद्दीन ओवैसी से लेकर जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी की असल अग्निपरीक्षा इसी फाइनल चरण के चुनाव में होनी है वहीं कांग्रेस के लिए भी करो या मरो वाली स्थिति है। दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर चुनाव है, जिसमें गयाजी की 10, कैमूर की 4, रोहतास की 7, औरंगाबाद की 6, अरवल की 2, जहानाबाद की 3, नवादा की 5, भागलपुर की 7, बांका की 5, जमुई की 4, सीतामढ़ी की 8, शिवहर की 1, मधुबनी की 10, सुपौल की 5, पूर्णिया की 7, अररिया की 6, कटिहार की 7, किशनगंज की 4, पूर्वी चंपारण की 12 तो पश्चिमी चंपारण की 9 विधानसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान है।

राजद सबसे ज्यादा 71 सीट पर लड़ रही चुनावी
बिहार के दूसरे चरण में जिन 122 सीटों पर चुनाव है, उसमें एनडीए की तरफ से बीजेपी तो महागठबंधन की ओर से आरजेडी की साख दांव पर लगी हुई है। एनडीए में सबसे ज्यादा बीजेपी 53 सीटों पर चुनाव लड़ रही है वहीं जेडीयू 44 सीटों पर किस्मत आज़मा रही है। हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी अपने कोटे की सभी 6 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम 4 सीट और एलजेपी (आर) के 15 सीटों पर उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, महागठबंधन की तरफ से आरजेडी के सबसे ज्यादा 71 सीट पर उम्मीदार चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस 37 सीट पर किस्मत आज़मा रही है। मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के 7, सीपीआई (माले) 7, सीपीआई के 4 और सीपीएम एक सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने दूसरे चरण की 21 सीटों पर उम्मीदवार उतार रखे हैं, तो प्रशांत किशोर की पार्टी 120 सीटो पर मैदान में है।

2020 में महागठबंधन ने जीती थी 66 सीटें
2020 में इन सीटों पर हुए चुनाव के नतीजों को देखें तो 66 सीटें महागठबंधन के पास थीं, वहीं एनडीए के खाते में 49 सीटें आई थीं। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को 5 सीटें मिली थीं और एक सीट पर बसपा ने कब्जा किया था।2020 में इस चरण की सीटों में बीजेपी ने 42 सीटें और जेडीयू सिर्फ 20 सीटें ही जीत पाई थी। एनडीए के सहयोगी रहे जीतनराम मांझी की पार्टी ने चारों सीटें इसी इलाके में जीती थीं। वहीं, महागठबंधन में आरजेडी 33 सीटें जीतने में सफल रही थी, कांग्रेस को 11 सीटों पर ही जीत मिली थी, जबकि सीपीआई माले ने 5 सीटें को कब्जा किया था। बिहार में बसपा एक सीट जीती थी। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पांच सीटें और एक निर्दलीय विधायक ने जीती थी। चुनाव के बाद बसपा और निर्दलीय विधायक ने जेडीयू का दामन थाम लिया था। इसके चलते एनडीए का आंकड़ा 68 पर पहुंच गया था।

इन दिग्गजों की भी होगी अग्निपरीक्षा
बिहार के इस चरण में सियासी दलों के साथ-साथ दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है, जिसमें कई मौजूदा मंत्रियों के साथ पूर्व मंत्री और दो पूर्व उपमुख्यमंत्री की भी अग्निपरीक्षा होनी है। दो पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी बेतिया से तो पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद कटिहार से बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। नीतीश सरकार के मंत्रियों में सुमित कुमार सिंह, जो पिछली बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीते थे। इसके अलावा मंत्री जमा खान, जो चैनपुर से बसपा के टिकट पर जीते थे। इसके बाद जेडीयू में शामिल हो गए थे। अमरपुर से जेडीयू के जयंत राज, झंझारपुर से बीजेपी के नीतीश मिश्रा, नौतन से बीजेपी के नारायण प्रसाद, फुलपरास से जेडीयू की शीला मंडल और धमदाहा से जेडीयू की लेशी सिंह मैदान में हैं।बाहुबली आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं तो मुरारी प्रसाद गौतम एलजेपी से चेनारी सीट से उतरे हैं। ऐसे ही बीमा भारती आरजेडी से चुनाव लड़ रही हैं तो उदय नारायण से लेकर उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता भी मैदान में हैं। एआईएमआईएम के टिकट पर प्रदेश अध्यक्ष अख़्तरुल ईमान हैं। संतोष कुशवाहा जेडीयू छोडक़र आरजेडी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर गए हैं। इस लिहाज से कई दिग्गजों की परीक्षा इसी चरण में होनी है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और सुचारु मतदान सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा और तकनीकी उपाय किए हैं। 122 विधानसभा क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी सहित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 500 से अधिक कंपनियों को पूरे राज्य में तैनात किया गया है। वहीं प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में मतदान गतिविधियों की देखरेख के लिए एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदान बूथों से वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें