बिहार विधानसभा चुनाव: RJD नेता सुनील सिंह के भड़काऊ बयान पर FIR, DGP ने लिया कड़ा एक्शन

Patna : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना 14 नवंबर से ठीक एक दिन पहले राजनीतिक तापमान चरम पर पहुंच गया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के एमएलसी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के करीबी सुनील कुमार सिंह ने एक विवादास्पद बयान देकर पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया। सिंह ने दावा किया कि अगर मतगणना में कोई गड़बड़ी हुई, तो “बिहार की सड़कों पर नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसा नजारा” देखने को मिलेगा यानी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और अशांति। इस ‘उकसावे वाले’ बयान पर बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने तुरंत एक्शन लिया और FIR दर्ज करने का सख्त निर्देश जारी कर दिया।

यह घटना न सिर्फ RJD को बैकफुट पर ला रही है, बल्कि NDA नेताओं ने इसे ‘हार मानने का संकेत’ बताते हुए तीखा हमला बोला है। एग्जिट पोल्स के मुताबिक, NDA को 140-160 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन (RJD-कांग्रेस) को 88 के आसपास। लेकिन RJD की ओर से लगातार ‘धांधली’ के आरोप लग रहे हैं, जो 2020 के चुनावों की याद दिला रहे हैं। आइए, इस विवाद की पूरी परतें खोलते हैं।
सुनील सिंह का विवादित बयान: ‘जनादेश चुराया तो सड़कें जलेंगी’
सुनील सिंह, जो RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी और तेजस्वी यादव के मामा हैं, ने गुरुवार को

मीडिया से बातचीत में कहा:
“2020 में हमारी कई सीटें जबरन छीन ली गईं। इस बार जनता ने नीतीश-बीजेपी को नकार दिया है। हमारी सरकार तेजस्वी के नेतृत्व में बनेगी। लेकिन अगर मतगणना में 4-5 घंटे की देरी हुई या धांधली हुई, तो हमारे उम्मीदवार काउंटिंग सेंटर से बाहर आ जाएंगे। और अगर जनता का जनादेश चुराया गया, तो बिहार की सड़कों पर नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे दृश्य दिखेंगे – जो संभालना मुश्किल होगा।

यह बयान ANI को दिए इंटरव्यू में आया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। X पर #NepalJaisaNazaraBihar और #SunilSinghControversy जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। एक वीडियो में सिंह को साफ-साफ चेतावनी देते देखा जा सकता है, जहां वे कहते हैं: साधारण लोग सतर्क हैं, हमारे कार्यकर्ता और गठबंधन समर्थक अलर्ट पर हैं। धांधली बर्दाश्त नहीं करेंगे।

सुनील सिंह के इस बयान को नेपाल (2023 के आंदोलनों) और बांग्लादेश (हालिया राजनीतिक उथल-पुथल) के हालिया संकटों से जोड़ा जा रहा है, जहां सड़क प्रदर्शन सरकारें गिरा चुके हैं। RJD नेता ने साथ ही दावा किया कि महागठबंधन को 140-160 सीटें मिलेंगी।

DGP का त्वरित ऐक्शन: ‘भड़काऊ बयान बर्दाश्त नहीं’
बयान की क्लिप वायरल होते ही बिहार पुलिस ने मोर्चा संभाला। डीजीपी विनय कुमार ने ANI से कहा: “यह अस्वीकार्य और भड़काऊ बयान है। इसके खिलाफ FIR दर्ज की जा रही है। हम कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे और किसी भी उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”

FIR IPC की धारा 153A (समुदायों के बीच दुश्मनी फैलाना) और 505 (सार्वजनिक शांति भंग करने वाला बयान) के तहत दर्ज होने की संभावना है। डीजीपी ने स्पष्ट किया कि मतगणना से पहले राज्य में 46 काउंटिंग सेंटर्स पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है – 2,500 से ज्यादा मजिस्ट्रेट, पुलिस बल और क्विक रिस्पॉन्स टीम्स तैनात हैं। उनका उद्देश्य: निष्पक्ष और शांतिपूर्ण प्रक्रिया सुनिश्चित करना।

NDA का पलटवार: ‘RJD हार मान चुकी, गुंडागर्दी का पुराना राग’
NDA ने बयान को ‘पूरी तरह हताशा का नतीजा’ ठहराया। JD(U) सांसद संजय झा ने कहा: “वे जानते हैं कि हार रहे हैं। हार मानकर उकसावे पर उतर आए। हमारी भारी जीत होगी।” BJP प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने ट्वीट किया: “कानून का राज हमारी सरकार है। RJD वाले जनता को धमका रहे हैं जंगल राज वापस लाना चाहते हैं?” BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावल्ला ने इसे ‘पूर्ण निराशा और नर्वसनेस’ का संकेत बताया।

NDA के मुताबिक, एग्जिट पोल्स साफ बता रहे हैं कि नीतीश कुमार की सरकार पांचवीं बार बनेगी। वहीं, तेजस्वी यादव ने अलग से कहा “हमारे कार्यकर्ता किसी असंवैधानिक गतिविधि से निपटने को तैयार हैं।

राजनीतिक संदर्भ: 2020 की यादें और 2025 का टेंशन
यह विवाद 2020 चुनावों की याद दिलाता है, जब RJD ने काउंटिंग में ‘4-5 घंटे की देरी’ का आरोप लगाया था। उस बार NDA ने 125 सीटें जीतीं, जबकि महागठबंधन को 110 मिलीं। 2025 में वोटिंग दो चरणों में हुई – 70% से ज्यादा टर्नआउट के साथ। एग्जिट पोल्स (टाइम्स नाउ, इंडिया टुडे) NDA को मजबूत दिखा रहे हैं, लेकिन RJD ‘चेंज’ की लहर का दावा कर रही है।
सोशल मीडिया पर RJD समर्थक सिंह के बयान का बचाव कर रहे हैं – “जनता का गुस्सा सही है” – जबकि NDA वाले ‘जंगल राज’ का राग अलाप रहे हैं। एक X पोस्ट में लिखा: “RJD पहले एग्जिट पोल्स को गाली दे रही थी, अब हिंसा की धमकी?”

मतगणना की तैयारी: शांति प्रशासन की प्राथमिकता
कल सुबह 8 बजे से शुरू हो रही मतगणना के लिए प्रशासन अलर्ट मोड में है। 243 सीटों पर 1,200 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रमुख चेहरे: तेजस्वी यादव (RJD), सम्राट चौधरी (उपमुख्यमंत्री), विजय सिन्हा (स्पीकर)। चुनाव आयोग ने EVM-VVPAT वेरिफिकेशन को अनिवार्य किया है।
यह बयान न सिर्फ कानूनी पंगा खड़ा कर रहा है, बल्कि पूरे चुनावी माहौल को गरमा रहा है। क्या RJD का यह ‘चेतावनी’ हार का डर है या जनता का असली गुस्सा? कल के रिजल्ट ही बताएंगे।

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