राजधानी शिमला में नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग को और प्रभावी बनाने के लिए अब आम लोग भी पुलिस की सहायता कर सकते हैं। शिमला व्यापार मंडल ने पुलिस को खतरनाक नशा चिट्टा (हेरोइन) की तस्करी करने वालों की सूचना देने वाले लोगों को 11 हजार रुपये तक का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य शिमला में चिट्टे के बढ़ते कारोबार पर लगाम लगाना और युवाओं को नशे की चपेट में जाने से बचाना है।
शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव ठाकुर ने बताया कि यह फैसला पुलिस के नशा विरोधी अभियान को मजबूत करने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस चिट्टे के कारोबार को खत्म करने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है और अब तक कई बड़े गिरोहों का पर्दाफाश किया जा चुका है। बावजूद इसके शहर में यह अवैध कारोबार पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इसलिए पुलिस की सहायता के लिए आम नागरिकों को आगे आने की जरूरत है।
सूचना देने वाले का नाम रहेगा गुप्त
व्यापार मंडल के प्रधान ने यह भी स्पष्ट किया कि चिट्टा तस्करों के बारे में पुलिस को सूचना देने वालों को शिमला व्यापार मंडल नकद पुरस्कार देगा। उनकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सूचना देने वाले व्यक्ति की सुरक्षा से कोई समझौता न हो। अगर कोई व्यक्ति किसी नशा तस्कर के बारे में जानकारी देता है तो पुलिस उसे पूरी तरह गुप्त रखेगी और शिमला व्यापार मंडल उसे 11 हज़ार रुपये तक नकद इनाम से पुरस्कृत करेगा। यह पुरस्कार पुलिस के माध्यम से दिया जाएगा।
संजीव ठाकुर ने कहा कि शिमला के युवाओं को नशे की बुरी लत से बचाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। अगर हम इस समस्या से लड़ने के लिए एकजुट हो जाएं तो हम अपने शहर को चिट्टे के जाल से मुक्त कर सकते हैं। नशे के खिलाफ यह लड़ाई अकेले पुलिस की नहीं है बल्कि समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी है।
शिमला पुलिस का बड़ा अभियान, कई गिरोहों का भंडाफोड़
शिमला पुलिस ने हाल ही में कई बड़े चिट्टा तस्करी गिरोहों का भंडाफोड़ किया है। पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी ने कहा कि पुलिस लगातार नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है और आम जनता की मदद से इस काम को और प्रभावी बनाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि दो दिन पहले शाह गिरोह का खुलासा किया गया था और इसके 16 तस्करों को अब तक गिरफ्तार किया गया था। इस गिरोह के सरगना को कोलकाता से पकड़ा गया था। इसके अलावा अप्पर शिमला में सक्रिय शाही महात्मा गैंग, रंजन गैंग और राधे श्याम गैंग का भी पर्दाफाश किया जा चुका है। पुलिस लगातार नशा माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। लेकिन इनकी जड़ें पूरी तरह से खत्म करने के लिए जनता की भागीदारी जरूरी है।
एसपी गांधी ने कहा कि अगर किसी को भी नशा तस्करी से जुड़ी कोई जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पूरी तरह गुप्त रखा जाएगा ताकि उनकी सुरक्षा बनी रहे।
शिमला पुलिस और व्यापार मंडल ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे चिट्टा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं। अगर किसी को भी नशा तस्करों के बारे में कोई जानकारी मिलती है तो वह बिना किसी डर के पुलिस को सूचित कर सकता है। व्यापार मंडल की इस पहल से निश्चित रूप से पुलिस को बड़ी मदद मिलेगी और नशे का कारोबार करने वाले अपराधियों पर लगाम कसने में सफलता मिलेगी।
एसपी गांधी ने कहा कि पुलिस पूरी तत्परता से नशे के कारोबार को खत्म करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस जंग में आम लोगों का सहयोग बेहद जरूरी है। यदि हर नागरिक सतर्क हो जाए और नशे के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा हो जाए तो जल्द ही शिमला को चिट्टा मुक्त बनाया जा सकता है।