
बाड़मेर : बाड़मेर-जैसलमेर के कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई को काबिले तारीफ बताया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने दुश्मन देश को मुंह तोड़ जवाब दिया है और पूरे देश को सेना पर गर्व है।
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई पर गर्व
उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा कि भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन जब दुश्मन ने निर्दोष लोगों पर हमला किया, तो भारतीय सेना ने बिना समय गंवाए जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने इसे देशभर में आक्रोश का सही जवाब बताया और भारतीय सेना के पराक्रम को सलाम किया। बेनीवाल ने कहा, “हमारे सैनिकों ने अपने शौर्य से दुश्मन को करारा जवाब दिया है और पूरी दुनिया को भारतीय सेना पर गर्व है।”
पहलगाम हमले पर पुख्ता सबूत नहीं
पहलगाम में धर्म पूछकर मारने के आरोपों पर बेनीवाल ने कहा कि इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर धर्म पूछकर हमला किया गया तो यह गलत है, लेकिन अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि हमला धर्म के आधार पर किया गया था।” इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की जानकारी प्रचारित करने से बचना चाहिए क्योंकि यह स्थिति को और भी जटिल बना सकती है।
सीजफायर पर तीसरे देश की मध्यस्थता पर उठाए सवाल
बेनीवाल ने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर अमेरिका की मध्यस्थता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा शांति की ओर अग्रसर रहा है, लेकिन तीसरे देश की मध्यस्थता को लेकर लोगों में असंतोष है। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर चल रहे पोस्ट के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर के लिए समझौता किया, लेकिन यह कदम कई लोगों को पसंद नहीं आया।
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इंदिरा गांधी की याद
बेनीवाल ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा, “1971 में युद्ध के दौरान अमेरिका ने धमकी दी थी कि उनका सातवां बेड़ा आ रहा है, लेकिन इंदिरा गांधी ने किसी के दबाव में नहीं झुकीं।” उन्होंने कहा कि आज लोग इस बात को याद कर रहे हैं कि अमेरिका के दबाव में आकर सीजफायर करने की बजाय, हमें आपसी बातचीत से इस समस्या का हल निकालना चाहिए था।