भोपाल: भारतीय किसान संघ ने मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंका दिया है। बिजली और फसल के रेट जैसे कई मुद्दों को लेकर प्रदेश भर के किसान राजधानी भोपाल में पहुंचे हैं। यहां भारतीय किसान संघ के बैनर तले वे लिंक रोड नंबर-1 स्थित भारतीय किसान संघ कार्यालय के सामने धरना दे रहे हैं। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की तैयारी और डामरीकरण के चलते उन्हें मुख्य सड़क पर धरने की अनुमति नहीं दी गई। जिसके कारण वे संघ कार्यालय के ठीक सामने सर्विस रोड पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
भारतीय किसान संघ के मध्य भारत प्रांत अध्यक्ष सर्वज्ञ दीवान का कहना है कि प्रदेश में किसान राजस्व विभाग के फौती नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, बटांकन, नक्शा सुधार जैसे कार्यों में की जा रही लूट से परेशान है। उन्होंने कहा कि किसान संघ ने किसानों की समस्याओं को लेकर तहसील व जिला स्तर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे, लेकिन आज तक किसानों की किसी भी समस्या पर प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया है। साथ ही बिजली विभाग के द्वारा कृषि विद्युत कनेक्शन में हॉर्स पावर भार वृद्धि करने के कारण किसानों को बढ़े हुए बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं। इसलिए किसान अपनी समस्याओं को सुनाने और निदान के लिए सरकार के दरवाजे पर आने के लिए मजबूर हो गया है।
इधर, किसान संघ ने सख्त चेतावनी दी है कि बाहर से आने वाले किसानों को पुलिस नहीं रोकें। वर्ना, वे वहीं पर धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे। बताया गया कि दोपहर 3 बजे के बाद किसान वल्लभ भवन का घेराव करेंगे। इसके चलते पुलिस ने बेरिकेडिंग की है। ताकि, किसान आगे नहीं बढ़ सके। वहीं, बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। गौरतलब है कि अन्नदाता अधिकार रैली और वल्लभ भवन के घेराव में किसानों को शामिल करने के लिए किसान संघ के ग्राम समिति से लेकर प्रांत स्तर तक के पदाधिकारियों ने गांव-गांव बैठकें कीं। जिसमें किसानों की विभिन्न समस्याओं की चर्चा कर भोपाल आने के लिए आमंत्रित किया गया।