हफ्ते के पहले कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर खुले, जहां वैश्विक बाजारों में बिकवाली के दबाव के चलते भारतीय बाजारों में गिरावट आई। सेंसेक्स 800 अंकों तक फिसल गया और निफ्टी भी 22,800 से नीचे चला गया। सुबह 11 बजकर 01 मिनट तक, सेंसेक्स में 783.08 अंकों (1.02%) की गिरावट आई और यह 75,427.04 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी 238.91 अंकों (1.03%) की गिरावट के साथ 22,853.30 पर पहुंच गया।
रुपया भी गिरा
रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 22 पैसे गिरकर 86.44 डॉलर पर पहुंच गया। इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा बिकवाली का सिलसिला जारी रहा, और उन्होंने शुक्रवार को 2,758.49 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
गिरावट बढ़ी, बाजार की स्थिति
वैश्विक बाजारों में नरमी और विदेशी पूंजी की निकासी के कारण सोमवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय बाजारों में और गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 343 अंकों (0.45%) की गिरावट के साथ 75,847.46 पर और एनएसई निफ्टी 108.95 अंकों (0.47%) की गिरावट के साथ 22,983.25 पर कारोबार कर रहा था।
किसे हुआ फायदा, किसे हुआ नुकसान?
सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से जोमैटो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, पावरग्रिड, टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में सबसे अधिक नुकसान देखा गया। वहीं, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, लार्सन एंड टूब्रो, नेस्ले इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईटीसी और एशियन पेंट्स के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
बाजार पर वैश्विक दबाव
वैश्विक बाजारों में जारी बिकवाली और विदेशी पूंजी निकासी के कारण भारतीय शेयर बाजार पर दबाव बना हुआ है, और अगले कुछ दिनों में बाजार की दिशा पर नजर रखना महत्वपूर्ण रहेगा।