
-दो स्थानों पर कड़ी सुरक्षा होने से बैसरन को बनाया निशाना
नई दिल्ली । पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जांच जारी है। इसी बीच खबरें आ रही हैं कि बैसरन के अलावा आतंकवादियों के निशाने पर घाटी के कई और स्थान भी थे। आतंकियों ने 22 अप्रैल की तारीख चुनने के पीछे भी खास वजह थी। फिलहाल इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि आतंकियों के निशाने पर पहलगाम के तीन स्थान थे, जिनमें अरू घाटी और बेताब घाटी शामिल है, लेकिन अन्य दो स्थानों पर कड़ी सुरक्षा होने से बैसरन का चुनाव किया। रिपोर्ट से पता चला है कि आतंकियों ने हमले से पहले इलाके कई दिनों तक रैकी की थी। इसके अलावा आतंकवादी नियमित रूप से बैसरन घाटी में सैलानियों पर नजर रख रहे थे। सूत्रों ने कहा कि आतंकवादियों ने स्पॉट पर भीड़ होने के समय की जानकारी भी जुटाई थी। आतंकवादियों को पहले 18 अप्रैल को हमला करने के निर्देश मिले थे।
वहीं पाकिस्तान लगातार नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है और जम्मू कश्मीर के तीन सीमावर्ती जिलों के कई सेक्टर में बिना उकसावे के गोलीबारी की, वहीं भारतीय सेना ने इस कार्रवाई का माकूल जवाब भी दिया। अधिकारियों ने गुरुवार को जानकारी दी। पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच मंगलवार को भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों ने हॉटलाइन पर बात की थी लेकिन इसके बावजूद गोलीबारी जारी है। हालांकि, भारतीय पक्ष ने पाकिस्तान की इस कार्रवाई का कड़ा जवाब दिया है।