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NEET UG 2025: भारतीय छात्रों को विदेशों के किसी भी संस्थान से MBBS कोर्स करने के लिए नीट यूजी परीक्षा पास करना अनिवार्य होगा। बिना नीट परीक्षा पास किए, वे विदेशी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश नहीं ले सकते। यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया है। अब, विदेशों में मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों को विदेशों के मेडिकल संस्थानों में दाखिला लेने के लिए नीट यूजी परीक्षा पास करनी होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा 2018 में बनाए गए उस नियम को बरकरार रखा है, जिसके अनुसार विदेशों में मेडिकल यूजी कोर्स करने के लिए छात्रों को राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) पास करना अनिवार्य किया गया था। यह नियम यह सुनिश्चित करता है कि विदेश में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों को भारत में मेडिकल प्रैक्टिस करने के लिए आवश्यक मानकों को पूरा करना होगा।
कोर्ट ने कहा कि यह नियम निष्पक्ष और पारदर्शी है, और किसी भी वैधानिक प्रावधान से टकराता नहीं है। NEET UG की अनिवार्यता स्नातक चिकित्सा शिक्षा विनियम, 1997 में निर्धारित योग्यता मानकों को पूरा करने के अतिरिक्त है। कोर्ट ने इस पर फैसला सुनाते हुए कहा कि इस मामले में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने एक बार की छूट देने से भी इनकार किया। न्यायाधीशों ने कहा कि यदि किसी उम्मीदवार को प्राथमिक चिकित्सा योग्यता प्राप्त करने के लिए विदेशी संस्थान में प्रवेश लेना है, तो वे नियमों से छूट की मांग नहीं कर सकते, क्योंकि यह भारत में चिकित्सा का अभ्यास करने के लिए आवश्यक योग्यता के तहत है। यह नियम विदेशों में प्रैक्टिस करने के अधिकार को सीमित नहीं करता है।