
उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने एक बड़े अवैध धर्मांतरण सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए छह राज्यों से 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने बताया कि आगरा पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। इस रैकेट का तार कई राज्यों से जुड़ा हुआ है और इसके संचालन में विदेशी फंडिंग की भी आशंका जताई जा रही है।
रैकेट का काम करने का तरीका
जांच में सामने आया कि यह गैंग संगठित तरीके से काम करता था। गैंग के अलग-अलग मॉड्यूल थे, जिनमें एक ग्रुप फंडिंग जुटाता, दूसरा लोगों को रैडिकलाइज करता, और तीसरा धर्मांतरण के बाद उन्हें छिपाने की व्यवस्था करता था। गैंग विशेष रूप से नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाता था, जिन्हें ‘लव जिहाद’ के जाल में फंसाकर जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता था। पुलिस के अनुसार, इस रैकेट का काम करने का तरीका आतंकी संगठन आईएसआईएस के तौर-तरीकों से मेल खाता है।
सात राज्यों से जुड़े तार
आगरा पुलिस ने पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, पुडुचेरी, राजस्थान और उत्तराखंड में छापेमारी कर सबूत जुटाए हैं। इस मामले में दो सगी बहनों के धर्मांतरण का मामला सामने आने के बाद जांच शुरू हुई थी। पुलिस ने फेसबुक और इंस्टाग्राम से भी जानकारी मांगी है ताकि इस नेटवर्क की गहरी जड़ों का पता लगाया जा सके।
विदेशी फंडिंग की जांच
पुलिस को संदेह है कि इस रैकेट को विदेशों से फंडिंग मिल रही थी। जांच एजेंसियां इस फंडिंग के स्रोत और इसके उपयोग की तह तक जाने के लिए साइबर सेल और खुफिया एजेंसियों की मदद ले रही हैं। एक पीड़िता की तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें वह धर्मांतरण और कट्टरपंथ के बाद AK-47 के साथ नजर आ रही है, जो इस रैकेट की खतरनाक प्रकृति को दर्शाता है।
मिशन अस्मिता के तहत कार्रवाई
पुलिस ने ‘मिशन अस्मिता’ के तहत इस रैकेट के खिलाफ अभियान चलाया था। इससे पहले भी यूपी एटीएस ने बलरामपुर में जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और अन्य आरोपियों को अवैध धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार किया था। आगरा पुलिस का दावा है कि इस नेटवर्क के तार आतंकी संगठनों से भी जुड़े हो सकते हैं, जिसकी जांच जारी है।
पुलिस की आगे की रणनीति
आगरा पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि इस मामले में और गिरफ्तारियां संभव हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियां मिलकर इस रैकेट की पूरी श्रृंखला को तोड़ने के लिए काम कर रही हैं। जल्द ही और बड़े खुलासे होने की संभावना है।
यह खबर विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों और पुलिस के बयानों के आधार पर तैयार की गई है। मामले की जांच जारी है और नए तथ्य सामने आने पर अपडेट किया जाएगा।
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