Big Breaking : अखिलेश दुबे की विषकन्या प्रियंका भी सामने आई, सुनाई ब्लैकमेलिंक की सच्ची कहानी


होटल कारोबारी सुरेश पाल पर फर्जी आरोप मढ़ने वाली विषकन्या प्रियंका सामने आई। अखिलेश दुबे के दरबारी ने नौकरानी को बनाया था विषकन्या। किदवईनगर पुलिस के सामने खुद हाजिर हुई प्रियंका। रुपए का लालच दिया, लेकिन बाद में डराया-धमकाया

भास्कर ब्यूरो
कानपुर। भाजपा नेता और होटल कारोबारी रवि सतीजा पर घिनौना आरोप मढ़ने वाली विष-कन्याओं के सरकारी गवाह बनने के बाद दूसरे शिकार के लिए इस्तेमाल हुई दूसरी विष-कन्या भी पुलिस की शरण में पहुंच गई है। दूसरी विषकन्या का नाम है प्रियंका, जोकि मूलरूप से बहराइच जिले की निवासी है। शहर में साकेत दरबार के शागिर्द के घर नौकरानी थी, लेकिन दरबार के हुक्म पर दरबारी ने नौकरानी को मोटी रकम का लालच देकर विषकन्या का किरदार निभाने के लिए राजी कर लिया था। अलबत्ता विषकन्या का दावा है कि, एफआईआर दर्ज होने के बाद उसे फूटी कौड़ी भी नसीब नहीं हुई। तगादा करने पर दरबार का खौफ दिखाकर डरा-धमकाकर चुप करा दिया गया। अखिलेश दुबे की गिरफ्तारी हुई तो नौकरी से कुछ समय की छुट्टी देकर बहराइच भेज दिया गया था। पुलिस का शिकंजा कसने लगा तो खुद को कानून के हवाले करने और सच्चाई कबूल करने का फैसला किया।

टायर कारोबारी के घर झाड़ू-पोछा करती थी
दो दिन पहले दक्षिण पुलिस के सामने खुद हाजिर हुई विषकन्या ने अपनी पहचान प्रियंका के रूप में बताते हुए चौंकाने वाली सच्चाई को बयान किया। प्रियंका ने बताया कि, वर्ष 2020 से वह टायर कारोबारी अखिलेश शुक्ला के मकान में बतौर नौकरानी काम करती है। नौकरी के दरमियान, कुछेक मर्तबा मदद की दरकार पड़ी तो साकेत दरबार में अखिलेश दुबे के सामने हाजिर हुई थी। प्रियंका ने पुलिस को बताया कि, वर्ष 2021 में मालिक अखिलेश शुक्ला और अखिलेश दुबे के दबाव डालने पर होटल कारोबारी सुरेश पाल पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। प्रियंका के मुताबिक, एफआईआर के बाद उसे मोटी रकम का लालच दिया गया था, लेकिन मिली फूटी कौड़ी भी नहीं। प्रियंका ने कुछ दिन बाद अखिलेश से रकम मांगी तो नौकरी से निकालने और जेल भेजने का डर दिखाकर जुबान पर ताला लगा दिया गया।

गिरफ्तारी होते ही विषकन्या को बहराइच भेजा
प्रियंका ने बताया कि, अखिलेश दुबे की गिरफ्तारी के बाद दरबारी कर्मचारी नेता की करीबी प्रियंका नामक युवती चर्चा में आई तो दरबार के शागिर्दों के हुक्म पर टायर कारोबारी ने उसे कुछ दिन के लिए बहराइच भेज दिया। भरोसा दिलाया कि, मामला ठंडा होते ही वापस बुलाएगा। इसी दरमियान, मीडिया के जरिए अखिलेश दुबे के कारनामों की जानकारी हुई तो पैरों तले जमीन सरक गई। गिरफ्तारी का खौफ था, लेकिन रवि सतीजा पर आरोप लगाने वाली लड़कियां सरकारी गवाह बनी तो उसे भी सच्चाई बयान करने का रास्ता नजर आया। प्रियंका ने कहाकि, नौकरी बचाने और साकेत दरबार के खौफ में होटल कारोबारी सुरेश पाल पर फर्जी आरोप लगाया था, जबकि हकीकत में उन्हें पहचानती भी नहीं है।

फंसाने के बाद छुड़ाने के लिए पांच करोड़ मांगे
गौरतलब है कि, होटल कारोबारी सुरेश पाल को दुष्कर्म और पॉस्को के मामले में फंसाने के लिए प्रियंका नामक विषकन्या का साकेत दरबार ने इस्तेमाल किया था। भाजपा नेता रवि सतीजा के इंकलाब के बाद अखिलेश दुबे की गिरफ्तारी हुई तो होटल कारोबारी सुरेश पाल भी अपना दर्द लेकर खाकी के सामने हाजिर हुए थे। उन्होंने बताया कि, वाई-ब्लॉक किदवईनगर इलाके में रहने वाली अनजान नाबालिग के जरिए सामूहिक दुष्कर्म की झूठी रिपोर्ट अखिलेश के इशारों और लिखी गई थी। एफआईआर के बाद गिरफ्तारी के डर से शहर छोड़ दिया तो अखिलेश दुबे ने पुलिस से सेटिंग का भरोसा दिलाकर वापस बुलाया और 2.5 करोड़ वसूल लिये। सुरेश के मुताबिक, मामले से छुटकारा दिलाने के एवज में अखिलेश ने पांच करोड़ रुपए मांगे थे, लेकिन बाद में हकीकत मालूम पड़ने पर उन्होंने शेष रकम अदा करने से इंकार कर दिया था।

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