
पंचकूला। सेक्टर-19 फ्लाईओवर पर रविवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक्टिवा पर सवार चाचा-भतीजी चाइनीज डोर की चपेट में आ गए। हादसे में 8 साल की बच्ची एंजेल का चेहरा और शरीर बुरी तरह से कट गया, जबकि उसके चाचा सनी कुमार की बांह दो स्थानों से गंभीर रूप से जख्मी हो गई।
जानकारी के अनुसार, दोनों एक्टिवा पर सवार होकर अपने घर की ओर लौट रहे थे और जैसे ही वे सेक्टर-19 फ्लाईओवर पर पहुंचे, अचानक हवा में लटकती चाइनीज डोर उनके रास्ते में आ गई। डोर पहले बच्ची के चेहरे से टकराई और फिर चाचा के हाथ में लिपट गई। इस टकराव से दोनों फ्लाईओवर पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद वहां मौजूद लोगों ने तत्परता दिखाते हुए दोनों घायलों को पंचकूला के सेक्टर-6 अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें PGI चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है। घायलों की पहचान जीरकपुर मन्नत एन्क्लेव के रहने वाले सनी कुमार और उनकी भतीजी एंजेल के रूप में हुई है।
सनी कुमार ने अस्पताल में बताया, मैं अपनी भतीजी को लेकर जा रहा था। जैसे ही सेक्टर-19 फ्लाईओवर के पास पहुंचे, अचानक चाइनीज डोर से पहले मेरी भतीजी का चेहरा कट गया और फिर वह डोर मेरे हाथ में लिपट गई। हमें संभलने का मौका ही नहीं मिला।
उन्होंने आगे कहा, यह डोर अभी भी बाजारों में बेची जा रही है जबकि इस पर बैन है। प्रशासन को ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि फिर किसी के साथ ऐसा हादसा ना हो। मैं पूरी घटना की शिकायत थाने में दर्ज कराऊंगा।
हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और चाइनीज डोर की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
गौरतलब है कि पंजाब और उसके आसपास के क्षेत्रों में चाइनीज डोर से हादसे लगातार सामने आ रहे हैं, बावजूद इसके बाजारों में इसकी बिक्री बदस्तूर जारी है। यह घटना एक बार फिर से प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है।
एक मासूम बच्ची और उसके चाचा की जान पर बनी यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर कब तक चाइनीज डोर जैसी जानलेवा चीजें खुलेआम बिकती रहेंगी? जरूरत है सख्त कार्रवाई की, ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।