
भोपाल : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) भोपाल में अयोध्या बाइपास चौड़ीकरण परियोजना के माध्यम से जन-सुरक्षा, सुगम यातायात और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता को साकार कर रहा है। राजधानी भोपाल के निरंतर शहरी विस्तार और बढ़ते यातायात दबाव को देखते हुए यह परियोजना भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।वर्तमान में अयोध्या बायपास की यातायात क्षमता लगभग 40 हजार वाहन प्रतिदिन है, जबकि इस मार्ग पर 45 हजार से अधिक वाहन गुजर रहे हैं। आसपास विकसित हो रही आवासीय कॉलोनियों के कारण यातायात का दबाव और दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए NHAI द्वारा बायपास को छह लेन में विकसित किया जा रहा है, जो वर्ष 2050 तक के अनुमानित यातायात को संभालने में सक्षम होगा।परियोजना के तहत तीन प्रमुख ब्लैक स्पॉट्स का सुधार किया जा रहा है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। साथ ही, दोनों ओर सर्विस रोड का निर्माण होने से स्थानीय वाहनों को अलग मार्ग मिलेगा और मुख्य सड़क पर यातायात अधिक सुचारु होगा। बेहतर सड़क से यात्रा समय घटेगा, ईंधन की बचत होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।
पर्यावरण संरक्षण को लेकर NHAI ने ठोस कदम उठाए हैं। परियोजना के अंतर्गत वृक्ष कटाई के प्रतिपूरक उपाय के रूप में कुल 81 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इनमें से 10 हजार पौधे अयोध्या बायपास के दोनों ओर एवेन्यू प्लांटेशन के रूप में रोपे जाएंगे, जबकि झिरनिया और जागरियापुर क्षेत्र में 61 हजार से अधिक पौधों से विकसित वन क्षेत्र तैयार किया जाएगा। इन पौधों की 15 वर्षों तक देखरेख की जिम्मेदारी भी NHAI निभाएगा।NHAI ने स्पष्ट किया है कि परियोजना का डिजाइन इस प्रकार तैयार किया गया है, जिससे वृक्ष कटाई न्यूनतम रहे। प्राधिकरण का कहना है कि सड़क विकास के साथ ग्रीन हाईवे की अवधारणा को समान रूप से लागू किया जा रहा है, ताकि विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बना रहे।
ये भी पढ़े : ज्योतिरादित्य सिंधिया ने त्रिपुरा और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों संग की बैठक, पूर्वोत्तर विकास पर किया मंथन










