
भिवानी : भिवानी के लोहारू उपमंडल के गांव ढाणी लक्ष्मण में शिक्षिका मनीषा की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। सुबह 8 बजे उनके छोटे भाई नितेश ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया। पूरे क्षेत्र का माहौल गमगीन रहा और लोगों ने नम आंखों से मनीषा को विदाई दी।
अंतिम यात्रा में एसडीएम मनोज दलाल, आईजी राज श्री, किसान नेता गुरनाम सिंह चढुनी, वरुण श्योराण, सरपंच राजू और जयसिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। मनीषा की मौत के मामले में परिजनों और ग्रामीणों की मांग पर सरकार ने सीबीआई जांच के लिए सहमति दी है। इसके लिए दिल्ली AIIMS में तीसरा पोस्टमॉर्टम भी कराया गया, जिसमें शव के सैंपल लिए गए।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मनीषा उनकी बेटी जैसी थी और इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जांच पारदर्शी होगी और हर पहलू पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
मनीषा केस: टाइमलाइन
11 अगस्त 2025 – मनीषा स्कूल से निकलने के बाद नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन पूछताछ के लिए गईं और लापता हो गईं। परिजनों ने उसी दिन लोहारू थाने में शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई।
12 अगस्त 2025 – परिवार के दबाव पर केस दर्ज हुआ, मगर तलाश में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
13 अगस्त 2025 – मनीषा का शव लोहारू के सिंघानी गांव में नहर किनारे खेत में क्षत-विक्षत हालत में मिला। शव पर चोट और गले पर निशान थे। हत्या और दुष्कर्म की आशंका से पूरे हरियाणा में आक्रोश फैल गया।
14–15 अगस्त 2025 – भिवानी सिविल अस्पताल में पहला पोस्टमॉर्टम हुआ। रिपोर्ट में कीटनाशक जहर से मौत बताई गई और एक कथित सुसाइड नोट मिलने का दावा हुआ। परिजनों ने आत्महत्या की थ्योरी को खारिज कर हत्या का आरोप लगाया।
16–17 अगस्त 2025 – रोहतक PGI में दूसरा पोस्टमॉर्टम कराया गया। रिपोर्ट में फिर जहर से मौत बताई गई और दुष्कर्म की आशंका से इनकार किया गया। ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार से इनकार करते हुए प्रदर्शन तेज कर दिए।
18 अगस्त 2025 – पुलिस ने सुसाइड नोट मनीषा का होने का दावा किया। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने परिवार से मुलाकात की। भिवानी और दादरी में इंटरनेट सेवाएं बंद की गईं।
19 अगस्त 2025 – परिजनों के दबाव पर शव को तीसरे पोस्टमॉर्टम के लिए दिल्ली AIIMS भेजने का फैसला हुआ। मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच की घोषणा की। भिवानी के एसपी का तबादला और पांच पुलिसकर्मी निलंबित हुए।
20 अगस्त 2025 – शव दिल्ली AIIMS भेजा गया। ग्रामीणों ने सीबीआई जांच और अंतिम रिपोर्ट आने तक अंतिम संस्कार से इनकार किया। बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर दोषियों को सजा देने की धमकी दी।
21 अगस्त 2025 – AIIMS में तीसरे पोस्टमॉर्टम के बाद शव गांव लाया गया और अंतिम संस्कार हुआ। हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।