
भिवानी (हरियाणा) : हरियाणा के कलिंगा गांव में मंगलवार रात तेज बारिश ने एक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। गांव के बाहरी हिस्से में स्थित एक किराए के मकान की दीवार गिरने से छह सदस्य मलबे में दब गए। इस दर्दनाक हादसे में तीन नाबालिग बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पति-पत्नी समेत उनका पांच वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलों को रोहतक PGI में भर्ती कराया गया है।
हादसे में जान गंवाने वाले मासूम:
- अंशिका (15 वर्ष)
- दिशा (9 वर्ष)
- भारती (7 वर्ष)
घायल:
- ओमपाल (47 वर्ष) – पिता
- अनिता (42 वर्ष) – मां
- ध्रुव (5 वर्ष) – पुत्र
घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार जयबीर और ग्राम सचिव अजय मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि मृतक बच्चियों के पिता ओमपाल मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा था और बीते चार वर्षों से गांव के बाहरी क्षेत्र में कृष्ण नामक व्यक्ति के मकान में किराये पर रह रहा था। उसका खुद का मकान गांव के अंदर स्थित था, लेकिन वह बेहद जर्जर हालत में था, इसीलिए वह वहां रह नहीं सकता था।
मकान बनना था प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत
ओमपाल को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने की स्वीकृति मिल चुकी थी, लेकिन निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया था। प्रशासन ने बताया कि गांव में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण चारों ओर पानी भरा हुआ है और निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण हालात और गंभीर हो गए हैं। राहत कार्य के लिए मोटर पंप और ट्रैक्टर लगाए गए हैं।
सुबह मिली जानकारी, तब तक सब खत्म हो चुका था
ओमपाल के चाचा मनबीर और पड़ोसी संदीप फौजी ने बताया कि घर के पीछे काफी मात्रा में पानी जमा था और पास में कोई और मकान भी नहीं था जो सहारा दे पाता। हादसे की जानकारी ग्रामीणों को सुबह करीब 5 बजे उस समय हुई जब कुछ राहगीरों ने मकान को गिरा हुआ देखा। इसके बाद मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालकर रोहतक PGI पहुंचाया गया।
ग्रामीणों ने मांगी आर्थिक सहायता
गांव के लोगों ने सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए और घायलों का इलाज पूरी तरह सरकार द्वारा कराया जाए। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ओमपाल का अधूरा मकान जल्द पूरा कराया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी कोई और त्रासदी न हो।