
श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज चैत्र कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर विशेष भस्मारती का आयोजन किया गया। यह भस्मारती शुक्रवार सुबह 4 बजे शुरू हुई, जिसमें बाबा महाकाल का पंचामृत से अभिषेक कर आकर्षक श्रृंगार किया गया। श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल को भस्म रमाई गई और भक्तों को दिव्य दर्शन का अवसर मिला।
मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि इस खास मौके पर भगवान महाकाल को सबसे पहले स्नान कराकर पंचामृत से अभिषेक किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल का आकर्षक श्रृंगार किया गया, जिसमें दूध, दही, शहद, शक्कर, और घी से बने पंचामृत का उपयोग हुआ। भगवान महाकाल की पूजा के दौरान भक्तों ने जय श्री महाकाल का उद्घोष किया और धार्मिक वातावरण में भक्ति का अनुभव लिया।
इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के द्वार से बाबा महाकाल को भस्म रमाई गई और कपूर आरती का आयोजन किया गया। इस दौरान मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी, जो बाबा महाकाल के दर्शन कर उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से उपस्थित हुए।
18 वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने किए बाबा महाकाल के दर्शन
इसके अलावा, राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, नई दिल्ली के मध्य प्रदेश अध्ययन भ्रमण कार्यक्रम के तहत 18 वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने भी श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने श्री महाकाल-महालोक का भ्रमण भी किया।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उपप्रशासक एस.एन. सोनी, सिम्मी यादव, सहायक प्रशासक आशीष पलवाडिया आदि ने अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया।
यह दिन बाबा महाकाल के भक्तों के लिए विशेष अवसर बन गया, जब उन्होंने श्रद्धा भाव से दर्शन किए और बाबा के आशीर्वाद प्राप्त किए।