
Chinnaswamy Stadium Stampede : बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बुधवार शाम को आईपीएल की जीत का जश्न मनाने के दौरान हुई भगदड़ ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। अपनी चैंपियन टीम की एक झलक देखने के लिए स्टेडियम में हर कोई किसी भी तरह पहुंचना चाहता था। कोई पेड़ पर चढ़ा तो कोई किसी को ढकेलता आगे बढ़ गया। उस दौरान स्टेडियम के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था चरमराई-सी नजर आई।
इस हादसे में 11 लोग जान गंवा बैठे और 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों के आंकड़ों को लेकर भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इस हादसे के बाद भाजपा सरकार ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया तो किसी ने बीसीसीआई पर सवाल खड़े किए। खैर, बाद में बीसीसीआई ने बयान जारी कर कहा कि उन्हें घटना की जानकारी बाद में मिली।
बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार को आरसीबी के आईपीएल-2025 में मिली जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड निकाली गई थी। इसके बाद स्टेडियम में आरसीबी की टीम से मिलने के लिए लोग लाखों की संख्या में पहुंचे थे। एकाएक फैंस की भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। स्टेडियम के अंदर जाने के लिए सब एक दूसरे के ऊपर चढ़ने लगे। पुलिस ने फैंस को काबू में करने के लिए डंडों का इस्तेमाल किया। भीड़ के बीच घंटों एंबुलेंस फंसी रही और घायलों को तुरंत मदद न मिल पाने से स्थिति और खराब हो गई। आईए, अब स्टेडियम में हुई भगदड़ के उन पहलुओं पर नज़र डालते हैं, जो हादसे की बड़ी वजह बने।
पहली वजह – फ्री टिकट बंटने की उड़ी अफवाह
हैरान कर देने वाली बात यह है कि अफवाह थी कि गेट नंबर 7 पर मुफ्त टिकट बांटे जाएंगे। इस झूठी खबर ने हजारों की संख्या में भीड़ को स्टेडियम की ओर आकर्षित किया, जिससे भगदड़ मच गई। भीड़ का इतना ज्यादा हो जाना, जबकि स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 दर्शकों की थी, यह दर्शाता है कि भीड़ प्रबंधन की तैयारियां कितनी लचर थीं।
दूसरी वजह – सुरक्षा व्यवस्था में हुई भारी चूक
भगदड़ के समय स्टेडियम के बाहर करीब 50,000 लोग जमा थे और अंदर कम से कम से 3 लाख लोग इकठ्ठ हो चुके थे। जबकि स्टेडियम में 35 हजार लोगों के रुकने की क्षमता थी। इस तरह स्टेडियम में उसकी क्षमता से कई गुना ज्यादा लोग थे।
तीसरी वजह – पुलिस प्रशासन ने भड़काई भगदड़
स्टेडियम में जब क्षमता से अधिक लोग जमा हो रहे थे तब धक्का-मुक्की के बीच पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े होने चाहिए। पुलिस व्यवस्था में बड़ी खामी देखने को मिली। पहले से अनियंत्रित भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसके बाद भीड़ और भी बेकाबू हो गई।
भगदड़ हादसे के बाद अब क्या ?
बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ के बाद कर्नाटक सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं। ये जांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जी. जगदीश की निगरानी में हो रही है। राज्य सरकार ने जांच की रिपोर्ट को 15 दिनोें में सौंपने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि स्टेडियम जैसे जगह पर, जहां सुरक्षा व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम होते हैं, भगदड़ जैसी घटना का होना सार्वजनिक आयोजनों पर सवाल खड़ता है। महाकुंभ भगदड़ और अल्लू अर्जुन के फिल्म के प्रमोशन शो के दौरान सिनेमा घर में ऐसी ही भगदड़ देखने को मिली थी। तब भी फैंस ने अपने सुपरस्टार को देखने के लिए बेकाबू होकर अनियंत्रित भीड़ का रूप ले लिया था। वहीं, अब स्टेडिमय के अंदर क्रिकेट प्रेमियों ने क्रिकेट स्टार आरसीबी टीम को देखने के लिए एक बार फिर भगदड़ की घटना की पुनरावृत्ति कर दी। सरकार व प्रशासन को इस तरह के आयोजनों में हो रहे हादसों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम करने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोका जा सके।
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