
उत्तर 24 परगना। बिहार के कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह उत्तर 24 परगना जिले के मध्यमग्राम इलाके में छापा मारा।
ईडी की यह कार्रवाई उस समय सामने आई जब इस घोटाले की जांच में बिहार से जुड़ा मामला पश्चिम बंगाल तक जा पहुंचा। जानकारी के अनुसार, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस से छपवाया गया था। यह वही परीक्षा है जिसमें लगभग एक साल पहले बिहार में पेपर लीक की शिकायत सामने आई थी और बाद में इसकी जांच ईडी को सौंपी गई थी।
ईडी अधिकारियों ने मध्यमग्राम थाना अंतर्गत 142, ओल्ड जेसोर रोड स्थित ‘गंगानगर मित्र कॉम्प्लेक्स’ में मौजूद ‘ब्लेसिंग सीक्रेट प्रेस प्राइवेट लिमिटेड’ नामक छपाखाने में छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, इस प्रेस में केवल बिहार ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों की भी विभिन्न सरकारी भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र छपते थे।
बिहार पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेन्सेस यूनिट पहले ही इस मामले में कई गिरफ्तारियां कर चुकी है। इनमें मध्यमग्राम की एक निजी संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारी को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, कोलकाता निवासी एक व्यक्ति, उत्तर 24 परगना के दो निवासी और लखनऊ के एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया था।
ईडी की जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि यह घोटाला केवल बिहार तक सीमित नहीं है। वर्ष 2024 में आयोजित ‘नीट-यूजी’ परीक्षा में हुए प्रश्नपत्र लीक के मामले का ज़िक्र भी ईडी अधिकारियों के सामने आया है। ऐसे में यह संदेह गहराने लगा है कि क्या बिहार की कांस्टेबल भर्ती और नीट पेपर लीक एक ही नेटवर्क का हिस्सा हैं?
सूत्र बताते हैं कि जिन लोगों को बिहार पुलिस की ओर से प्रश्नपत्र छपवाने की जिम्मेदारी दी गई थी, उनका रजिस्टर्ड कार्यालय कोलकाता में है। हालांकि कोरोना काल के बाद से वहां कोई गतिविधि नहीं हो रही थी, फिर भी दफ्तर का पता अब तक नहीं बदला गया है। ईडी इस पते पर भी जल्द छापेमारी कर सकती है।