
Behraich : बहराइच में पयागपुर के पटीहाट में बहुचर्चित अवैध मदरसा कांड में छापा पढ़ने के तीसरे दिन मदरसा की नाप जोख किए जाने से लोगों में यह आशंका बलवती हो गई है कि कहीं मदरसा पर बुलडोजर एक्शन तो नहीं होने वाला है।
शुक्रवार को मदरसा संचालित होने वाली जगह पर पीडब्लू डी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग एवं राजस्व विभाग के कर्मियों द्वारा बिल्डिंग की जमीन की माप जोख की गई एवं इसके दस्तावेज खंगाले गए। मदरसा संचालित करने वाले परिवारीजनों ने ज़मीन के कोई भी काग़ज़ात प्रस्तुत नहीं किए हालांकि आधिकारिक रूप से कोई भी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। खलील अहमद की दुकान पर कार्य करने वाले ने यह स्वीकार किया कि कुछ लोग़ नापजोख करने आए थे। छापा पडने के बाद से ही संचालक खलील अहमद फरार है ऐसे में तमाम सवालात जन्म ले रहे हैं।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि 40 नाबालिक बच्चों को किसकी देखरेख में किसको सोपा गया यदि परिजन अपनी बच्चियों को ले गए तो उसकी फोटोग्राफी क्यों नहीं कराई गई या नाबालिक बच्चियों की पहचान के लिए आधार कार्ड से उसका सत्यापन क्यों नहीं कराया गया उनको ले जाने वाले उनके परिजन ही थे या कोई और यह संदेह के घेरे में है। यदि वहां मदरसा या कोचिंग चल रहा था तो उपस्थिति पंजिका या अन्य रजिस्टर क्यों नहीं थे जिस पर पहचान का सत्यापन हो सके।
आगे छोटी दुकान अंदर बिल्डिंग आलीशान वाली कहावत को चरितार्थ करता हुआ दिखाई पड़ रही है गैर मान्यता प्राप्त मदरसा की बिल्डिंग। इस संबंध में उप जिलाधिकारी अश्वनी पांडे से वार्ता करने पर उन्होने कहा कि जाँच जारी है जाँच रिपोर्ट आने के बाद ही सही तथ्यों का पता चल सकेगा और उसी के अनुसार अगली कार्रवाई की जाएगी।
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