
सर्दियाँ आ गई हैं आरामदायक स्वेटर, गर्म पेय और मौसमी पकवानों का मौसम। जहाँ कई लोग इस ठंड का मज़ा लेते हैं, वहीं यह मौसम सर्दी, खांसी, बुखार और त्वचा की रूखापन जैसी चुनौतियाँ भी लाता है। यूनानी सिद्धांतों के अनुसार, इस मौसम में सेहत बनाए रखने के लिए अपने शरीर के मिजाज (temperament) को समझना और उसके अनुरूप आदतें अपनाना ज़रूरी है। शरीर का मिजाज जिसमें शरीर की गर्मी, मांसपेशियों की मजबूती, त्वचा की प्रकृति और मौसमी सहनशीलता शामिल है उन्हीं के आधार पर सही खानपान, दिनचर्या और खुद की देखभाल का तरीका तय होता है।
यहाँ पाँच आसान यूनानी-आधारित तरीके दिए गए हैं, जिनसे आप सर्दियों में खुद को फिट और सुरक्षित रख सकते हैं:
● सही खानपान और गर्म पेय लें शुरुआती सर्दियाँ ठंडी और सूखी होती हैं, जो ठंडे और सूखे मिजाज वाले लोगों को ज़्यादा प्रभावित करती हैं। ऐसे में गर्म पेय और पर्याप्त पानी लेना शरीर की नमी और आंतरिक गर्माहट बनाए रखने में मदद करता है। केसर और ड्राई फ्रूट वाली चाय, शहद और कलौंजी का मिश्रण, तथा दूध में केसर और रौगन बादाम शिरीन मिलाकर पीना ऊर्जा और गर्माहट बनाए रखने के लिए बेहतरीन विकल्प हैं।
● गर्माहट देने वाले खाद्य पदार्थ और मेवे शामिल करें शरीर को गर्म और पोषित रखने के लिए बादाम, तिल और मूंगफली जैसे मेवे और ड्राई फ्रूट ज़रूर लें। तिल शकरी, गजक, गाजर का हलवा और गुड़ गट्टा जैसे मौसमी पकवान न सिर्फ स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि ठंड में ज़रूरी पोषण भी देते हैं। पालक, लाल साग, सरसों का साग, शलजम, मूली और मेथी जैसी सब्ज़ियाँ भी प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करती हैं।
● सर्दियों में करें सेल्फ-केयर सर्दियों में त्वचा का रूखापन और ऊर्जा में कमी आम है। नारियल, सरसों, जैतून या बादाम तेल से मालिश करने से त्वचा की नमी और गर्मी बनी रहती है। हल्की धूप लेना विटामिन D और शरीर की ऊर्जा के लिए ज़रूरी है, इसलिए रोज़ कुछ समय धूप में बिताना फायदेमंद है। भाप लेना, खासकर कुलज़म के साथ, साइनस को साफ करने, नाक के रास्ते को खुला रखने और सूखी सांस की नलियों को आराम देने में मदद करता है, जिससे ठंड से हुई कंजेशन में राहत मिलती है।
● गतिविधि और आराम में संतुलन रखें सर्दियों में हल्का-फुल्का व्यायाम पाचन सुधारता है, हृदय और फेफड़ों की सेहत को समर्थन देता है और शरीर की ताकत बनाए रखता है। साथ ही, इस मौसम में शरीर को ज़्यादा आराम की ज़रूरत होती है, इसलिए पूरी नींद ज़रूर लें। गतिविधि और विश्राम का संतुलन ही मौसमी बीमारियों से बचाव की कुंजी है।
● सीजनल सप्लीमेंट्स और पाचन के लिए लाभकारी चीज़ें लें यूनानी चिकित्सा में शरीर के संतुलन को बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। खमीरा हमीदी, खमीरा अबरीशम हकीम अरशद वाला, हलवा घीकवार, अर्क अंबर और हमदोजीन जैसी यूनानी मिश्रण अतिरिक्त सहारा देते हैं। आहार में प्राकृतिक फाइबर और हमदर्द इसबगोल शामिल करने से पाचन सही रहता है, और सोच-समझकर खाने की आदतें शरीर का आंतरिक संतुलन बनाए रखती हैं, जिससे सर्दियों से जुड़ी समस्याएँ दूर रहती हैं।
अंत में, सर्दियों में सेहतमंद रहने की कुंजी संतुलन है।
अपने खानपान में मौसमी सब्ज़ियाँ, गर्माहट देने वाले खाद्य पदार्थ, मेवे और शहद शामिल करें। साथ ही, व्यायाम, मालिश, धूप और पर्याप्त नींद को अपनी दिनचर्या में जगह दें। अपने शरीर की ज़रूरतों को समझकर छोटे-छोटे बदलाव अपनाने से आप पूरी सर्दियों में ऊर्जावान, स्वस्थ और विंटर-प्रूफ रह सकते हैं।















