
- नाली निर्माण, हैंड पंप मरम्मत व वाटर कुलर खरीद पर खर्च किए 33 लाख
- वृक्षारोपण,मजदूरी, उद्यान सुंदरीकरण के मद में खर्च किए 9लाख
Bhanpur, Basti : सल्टौआ विकास खंड की अमरौली शुमाली ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हैंडपंप मरम्मत और फर्जी भुगतान से जुड़े प्रकरण की जांच अभी जारी है कि इसी बीच उद्यान की भूमि पर वृक्षारोपण और फेसिंग कार्य में भी बड़े पैमाने पर अनियमितताएं उजागर हुई हैं।
उद्यान की जमीन पर सुंदरीकरण और निर्माण कार्य के नाम पर राज्य वित्त आयोग निधि से लगभग पांच लाख रुपये का भुगतान किया गया है। इसके साथ ही मनरेगा योजना के तहत वृक्षारोपण और मजदूरी के मद में करीब चार लाख रुपये का खर्च दिखाया गया है। जबकि मौके की स्थिति इन दावों से मेल नहीं खाती।
जानकारी के अनुसार यह पूरा भुगतान प्रधान गायत्री देवी का वित्तीय अधिकार सीज होने से ठीक पहले ग्राम पंचायत सचिव अखिलेश शुक्ला के हस्ताक्षर और संस्तुति से कराया गया। दस्तावेजों की पड़ताल में मौके पर हुए कार्य खर्च के अनुरूप न पाए जाने और शासनादेशों की अनदेखी के प्रमाण मिले हैं।
इससे पहले भी ग्राम पंचायत अमरौली शुमाली में नाली मरम्मत, हैंडपंप मरम्मत, वाटर कूलर खरीद जैसे कार्यों में करीब 33 लाख रुपये के व्यय पर सवाल उठ चुके हैं। इन प्रकरणों की जांच लंबित है, लेकिन अब तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं हो सकी है।
लगातार सामने आ रहे घोटालों से यह स्पष्ट है कि ग्राम पंचायत में वित्तीय अनुशासन पूरी तरह शिथिल हो गया है। शासन और प्रशासन की उदासीनता से भ्रष्टाचार को न केवल संरक्षण मिल रहा है, बल्कि नए-नए प्रकरण भी उजागर होते जा रहे हैं।
बता दें कि वित्तीय अनियमितिता के चलते प्रधान गायत्री देवी का अधिकार तत्कालीन जिलाधिकारी रवीश गुप्ता द्वारा सीज किया गया है जिसकी जांच अभी चल रही है।










