
Basti : उत्तरकाशी जिले में पत्रकार राजीव प्रताप की हत्या मामले में अशोक श्रीवास्तव की अगुवाई में पत्रकारों ने उत्तराखंड के राज्यपाल को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। संतोष सिंह, लवकुश यादव, संतोष श्रीवास्तव, राजित राम आदि मौजूद रहे। भेजे गए ज्ञापन में पत्रकार के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की गई।
इसके साथ ही मामले का फास्ट ट्रैक कोर्ट में समयबद्ध सुनवाई, पत्नी को कम से कम एक करोड़ रुपये की अनुग्रह सहायता और सरकारी नौकरी देने, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून बनाकर उसे सख्ती से लागू करने, तथा पत्रकार उत्पीड़न मामलों की जांच एसआईटी से कराने की मांग प्रमुखता से की गई है। अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तरकाशी जिले में स्वतंत्र पत्रकार राजीव प्रताप की लाश 28 सितंबर को जोशियारा बांध के किनारे मिली थी।
वे दस दिन पहले से ही लापता थे। पत्नी के मुताबिक, राजीव प्रताप ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए उत्तरकाशी जिला अस्पताल के भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिसके बाद से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं। हमें अफसोस है कि सरकारें पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम रही हैं। राजीव प्रताप की नौ महीने पहले शादी हुई थी, और उनकी पत्नी मुस्कान सात माह की गर्भवती है। राजीव कच्ची गृहस्थी छोड़कर गए हैं। यह घटना उनकी पत्नी और परिजनों पर वज्रपात से कम नहीं है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार को चाहिए कि राजीव प्रताप के परिवार में अचानक आई इस विपत्ति से उन्हें उबारने और स्थापित करने के उद्देश्य से उनके साथ खड़ी रहे।
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