
बस्ती। विद्युत माध्यमिक कार्य मंडल कार्यालय में फर्जी दस्तावेज पर टेंडर हथियाने के मामले की छानबीन शुरू हो गई है। एसई कार्यालय में हलचल बढ़ी रही है। चूंकि तत्कालीन एसई स्थानांतरित हो चुके हैं। उनकी जगह पर नए एसई रणजीत चौधरी को कार्यभार ग्रहण किए अभी एक महीने भी नहीं हुए हैं।
इसी बीच फर्जी दस्तावेज पर टेंडर आवंटित करने का मामला सामने आ गया है। खबर है कि जांच में सहयोग के लिए तीन साल पूर्व निविदा पटल पर तैनात एक अनुभवी बाबू को बृहस्पतिवार को कार्यालय में बुलाया गया।
अंदरखाने से मिली जानकारी के अनुसार एसई स्तर से निविदा में फर्जी हैसियत, चरित्र, बैलेंस शीट के जरिये आवेदन करने वाले ठेकेदारों को नोटिस जारी की जा रही है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि एसई ने नहीं की है। लेकिन, निगम में दिन भर यह चर्चा तैरती रही। वहीं जिन चार फर्मों के प्रपत्र जांच में फर्जी मिले हैं उनके नाम पूर्व में आवंटित हुए अन्य निविदा की भी जांच शुरू हो गई है।
शिकायत के आधार पर दो महीने पहले ही एक्सईएन माध्यमिक कार्य खंड की टीम ने निगम में कार्य करने वाली चार पुरानी फर्मों के प्रपत्रों के फर्जी होने की पुष्टि कर दी थी। लेकिन, इस मामले को दबाए रखा गया। संबंधित फर्मों के नाम आवंटित उन्हीं निविदाओं को केवल निरस्त किया गया जिन पर कार्य शुरू नहीं हुआ था। इसके बाद मामला शांत हो गया।
जानकारों की मानें तो इसमें निगम के तत्कालीन जिम्मेदारों की भी भूमिका संदिग्ध थी। टेंडर से पहले निविदा प्रपत्रों की जांच में लापरवाही होने के कारण ही टेंडर आवंटित हुआ। टेंडर आवंटन से पहले निविदा पटल पर ऑनलाइन हैसियत प्रमाण एवं अन्य प्रपत्रों की जांच की जाती है। यदि ऐसा हुआ होता तो शुरूआत में ही मामला पकड़ में आ जाता। तत्कालीन जिम्मेदारों को कार्रवाई से बचाने के लिए ही यह प्रकरण दबा दिया गया था।
सूत्रों के अनुसार इस मामले की नए सिरे से जांच होने पर अब निविदा पटल से जुड़े लोग और ठेकेदार दोनों पक्ष कार्रवाई के रडार पर है। एसई रणजीत चौधरी ने बताया कि प्रकरण की छानबीन की जा रही है। अभी कुछ भी स्पष्ट कर पाना उचित नहीं है।
मुख्य अभियंता, विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि फर्जी दस्तावेज पर टेंडर आवंटित किए जाने की मामला गंभीर है। एसई को नए सिरे से जांच के निर्देश दिए गए हैं। कार्रवाई के लिए ठेकेदारों को भी नोटिस दिए जाने को कहा गया है। सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कराई जा रही है। इसमें जो भी दोषी होगा कार्रवाई होगी।
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