
Basti : दिल्ली में हाल ही में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से छात्रों की मौत ने पूरे देश का ध्यान सुरक्षा मानकों की ओर खींचा था। इसके बावजूद बस्ती का स्वास्थ्य विभाग सुरक्षा मानकों के पालन के प्रति गंभीर नहीं दिख रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी जिले में कई निजी अस्पताल बिना मानकों के संचालन की अनुमति प्राप्त कर सुचारु रूप से चल रहे हैं।
बेसमेंट में अस्पताल, नियमों की खुली अनदेखी
नियमानुसार बेसमेंट का उपयोग केवल पार्किंग या स्टोर के लिए किया जा सकता है, लेकिन प्रकाश नर्सिंग होम में पूरा अस्पताल इसी एरिया में संचालित है।
बेसमेंट में केवल एक संकरा प्रवेश द्वार है, जिससे आगजनी, शॉर्ट सर्किट या पानी भरने जैसी किसी भी आपात स्थिति में मरीजों को सुरक्षित निकालना बेहद मुश्किल होगा। यह फायर सेफ्टी और आपदा प्रबंधन के मानकों का गंभीर उल्लंघन है।
आवासीय भवन में चल रहा अस्पताल
जिस भवन के बेसमेंट में अस्पताल चल रहा है, उसकी ऊपरी मंजिल पर मकान मालिक का परिवार रहता है। यह बिल्डिंग कोड का सीधा उल्लंघन है और मरीजों व निवासियों दोनों के लिए खतरा बन सकता है।
प्रसूता और नवजात भी बेसमेंट में भर्ती
सबसे चिंताजनक तथ्य यह है कि प्रसव के बाद महिलाओं और नवजात शिशुओं को भी इसी बेसमेंट में भर्ती किया जाता है। ओपीडी, वार्ड और दवाइयों की दुकान सभी संवेदनशील गतिविधियां इसी असुरक्षित स्थान से संचालित हो रही हैं, जो किसी भी समय अनहोनी को जन्म दे सकती हैं।
डॉक्टरों के नाम पर धोखाधड़ी, अप्रशिक्षित स्टाफ कर रहा इलाज
अस्पताल के रजिस्ट्रेशन में जिन डॉक्टरों का नाम दर्ज है, वे वहां मौजूद नहीं पाए जाते। उनकी जगह अप्रशिक्षित और गैर-लाइसेंसधारी लोग मरीजों का उपचार कर रहे हैं। यह स्थिति मरीजों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ सीधा खिलवाड़ है।
शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं, अधिकारियों पर सवाल
सूत्रों के अनुसार, इस अस्पताल के संचालन को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को शिकायतें भेजी गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की भूमिका और उनकी संभावित मिलीभगत पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
सबसे बड़ा सवाल एनओसी और लाइसेंस जारी कैसे हुए?
बेसमेंट में संचालित इस अस्पताल को निम्न प्रमुख अनुमति पत्र कैसे जारी किए गए
फायर सेफ्टी एनओसी
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की अनुमति
बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट प्रमाण पत्र
चिकित्सकों और प्रशिक्षित स्टाफ की उपलब्धता का सत्यापन
बिल्डिंग नक्शे की मंजूरी
मेडिकल स्टोर लाइसेंस
इन अनुमतियों का जारी होना विभागीय लापरवाही की ओर बड़ा संकेत है।
सीएमओ बोले जांच के आदेश, मिलेंगी कड़ी कार्रवाई
मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजीव निगम ने बताया कि नर्सिंग होम की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। उन्होंने कहा, “यदि अस्पताल का संचालन बेसमेंट में पाया गया तो यह नियमों के विरुद्ध है। जांच में खामियां मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”










