
रुधौली, बस्ती: राजस्व गाँव हसनी में अवैध तरीके से लगाए गए टावर को ग्रामीणों ने प्रशासन से हटाने की मांग की है। हसनी गाँव के प्रेम नारायण सिंह, मनोज सिंह सहित कई ग्रामीणों का कहना है कि टावर की वजह से गाँव के लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। गाँव के कई किसानों को अपने खेतों में जाने का सिर्फ वही एक मात्र रास्ता है। साथ ही दूसरे गाँव का पानी निकालने का नाला भी वहीं है, लेकिन टावर बाधा बना हुआ है। ऐसी स्थिति में गलत तरीके से लगाए गए टावर को हटाया जाना आवश्यक है।
इस मामले में स्थानीय थाने में विगत मई माह में हल्का लेखपाल द्वारा मुकदमा भी दर्ज कराया गया था, जिसकी जांच रुधौली पुलिस कर रही है।
यहाँ बता दें कि हसनी गाँव के चन्द्र प्रताप सिंह पुत्र केसरी सिंह ने मार्च 2023 में अपनी आबादी की 2500 वर्ग फीट भूमि टावर लगाने के लिए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, मुंबई के पक्ष में 20 वर्षों के लिए लीज पर दी थी। लेकिन आरोप है कि चन्द्र प्रताप ने अपनी भूमि में टावर न लगवाकर उसके बगल की भूमि, जो सरकारी रास्ता है और जिसमें गाँव से निकलने वाले पानी के लिए नाला भी है, उसमें टावर लगवा दिया। गाँव वालों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने तहसील मुख्यालय से लेकर जिलाधिकारी तक इसकी शिकायत की।
प्रशासन द्वारा भूमि की पैमाइश कराई गई तो मामला सही पाया गया। इसके बाद मई माह में हल्का लेखपाल हबीबुल्लाह ने चन्द्र प्रताप सिंह के खिलाफ लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया। जिसकी जांच रुधौली पुलिस द्वारा की जा रही है।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी मनोज प्रकाश ने बताया कि सरकारी भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। विवेचक द्वारा चार्जशीट भी भेजी गई है। जहाँ तक बात सरकारी भूमि को खाली कराने की है, तो इसमें राजस्व अधिनियम के तहत कार्यवाही कर भूमि को खाली कराया जाएगा।
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