
बस्ती : भारतीय जनता पार्टी की टीम 11 ने जिलाध्यक्ष विवेकानंद मिश्र के निर्देश पर बुधवार को उप महानिरीक्षक (डीआईजी) बस्ती रेंज को एक ज्ञापन सौंपा।
जारी प्रेस नोट में कार्यालय प्रमुख अमृत वर्मा ने बताया कि पत्र में जनपद बस्ती से जुड़े कई गंभीर एवं संवेदनशील विषयों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कठोर और प्रभावी कार्यवाही की मांग की गई। ज्ञापन में मुख्य रूप से छह बिंदु शामिल किए गए हैं
संदिग्ध लोगों की मौजूदगी – टीम 11 ने आशंका जताई कि जनपद में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठिए रह रहे हैं, जिनके पहचान पत्र एवं दस्तावेज फर्जी हो सकते हैं। इनकी गहन जांच और सत्यापन कराने की मांग की गई।
धर्मांतरण के मामले – ज्ञापन में कहा गया कि ईसाई मिशनरियों एवं एक विशेष समुदाय द्वारा आर्थिक प्रलोभन देकर बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया जा रहा है। हाल ही में पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र की घटना इसका उदाहरण है। ऐसे मामलों की हर थाना स्तर पर पहचान कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई।
लव जिहाद की घटनाएं – टीम 11 ने आरोप लगाया कि हाल के दिनों में नगर थाना क्षेत्र समेत कई जगह लव जिहाद की घटनाएं सामने आई हैं, जो योजनाबद्ध तरीके से की जा रही हैं। इस पर ठोस कार्रवाई आवश्यक है।
जूस दुकानों पर फर्जीवाड़ा – बस्ती शहर के प्रमुख चौराहों पर दिल्ली जूस, छोटू जूस, इंडिया जूस नाम से चल रही दुकानों पर केमिकल युक्त जूस बेचने, प्रोपराइटर का नाम न दर्शाने और स्कैनर पर भुगतान के दौरान संदिग्ध नाम दिखने की बात कही गई। टीम 11 ने इस मामले में भी जांच व कार्रवाई की मांग की।
पैकोलिया थाना क्षेत्र की घटना – कीर्तिपुर गाँव में हुई मॉब लिंचिंग की घटना का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया गया कि एक विशेष समुदाय के लोगों ने एक हिन्दू महिला को बंधक बनाकर निर्मम पिटाई की, लेकिन थानाध्यक्ष ने मामले को सामान्य धाराओं में दर्ज कर कमजोर बना दिया। इसकी उच्चस्तरीय जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
सोनहा थाना क्षेत्र की घटना – शिवाघाट में दलित बेटी के साथ दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आने पर आरोप लगाया गया कि एक विशेष समुदाय के अपराधियों को समाजवादी पार्टी के जनप्रतिनिधि बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इस मामले में निष्पक्ष जांच की आवश्यकता बताई गई।
टीम 11 ने स्पष्ट किया कि ये सभी मामले बेहद गंभीर हैं और यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो जनपद की कानून-व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता है। इसलिए ज्ञापन में डीआईजी महोदय से कठोर एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने की मांग की गई।
ज्ञापन सौंपने वालों में टीम 11 के सदस्य सत्येंद्र सिंह भोलू, दिलीप पाण्डेय, अभिषेक कुमार, विद्यामणि सिंह, राजकुमार शुक्ल, सुनील सिंह, विनोद चौधरी, वरुण सिंह, तारक जायसवाल, पिंटू सोनकर एवं प्रदीप निषाद शामिल रहे।