
बस्ती : बहुउद्देशीय ग्रामीण साधन सहकारी समिति गोपीनाथपुर में यूरिया खाद आने की जानकारी के बाद वितरण न होने की सूचना पर गुरुवार को महिलाओं ने परसा-परशुरामपुर मुख्य मार्ग को दोपहर में जाम कर दिया।
समिति पर यूरिया खाद लेने के लिए किसानों की भीड़ गुरुवार सुबह से ही लग गई थी। इसी बीच कहीं से सूचना आई कि खाद का वितरण नहीं होगा। ऐसे में सुबह से लाइन में लगी महिलाओं ने नाराज होकर समिति के सामने मुख्य मार्ग पर हाथ में लकड़ी की डंडियों के साथ बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना पाकर तहसील स्तर से लेकर जिला स्तर के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और सड़क जाम कर रही महिला किसानों को समझा-बुझाकर घंटों बाद आवागमन शुरू कराया। स्थानीय पुलिस ने किसानों को लाइन में लगवाकर खाद वितरण शुरू कराया। किसानों ने अधिक दाम पर यूरिया बेचने की भी शिकायत दर्ज कराई।
विकास क्षेत्र में इस समय यूरिया खाद की भारी किल्लत देखी जा रही है। किसान घंटों लाइन में लगने के बावजूद खाली हाथ लौट रहे हैं। इसी का फायदा उठाकर कुछ व्यापारी और दलाल यूरिया की कालाबाज़ारी में जुट गए हैं। यूरिया किसानों को सरकारी दर पर न मिलकर ₹400 से ₹600 प्रति बोरी तक बेचा जा रहा है। कई जगह तो ब्लैक में यूरिया रात में चोरी-छिपे बेचा जा रहा है। कुछ दुकानदार फर्जी रसीद बनाकर अधिक दाम वसूल रहे हैं, साथ में जिंक खाद के बिना यूरिया खाद नहीं दे रहे हैं। धान की बुआई का समय होने के कारण खाद की जरूरत अधिक है।
प्रशासन तमाम दावे कर रहा है लेकिन कालाबाज़ारी पर पूरी तरह से रोक अब तक नहीं लग सकी है। वहीं, कालाबाज़ारी करने वाले दुकानदार इस समय दिन में अपनी दुकानें बंद करके इधर-उधर बैठकर अधिकारियों की निगरानी करते रहते हैं। सूत्रों के अनुसार, इनका नेटवर्क इतना मजबूत है कि जैसे ही जिले से अधिकारी निकलते हैं, इन्हें पहले से ही सूचना मिल जाती है।
ये भी पढ़ें: कासगंज : गृह क्लेश से आहत युवक ने की आत्महत्या, पुलिस ने शव भेजा पोस्टमार्टम के लिए
कन्नौज : सीएचसी में महिला होमगार्ड के साथ अभद्रता, घायल बालिका का घंटों नहीं हुआ मेडिकल