
Rudhauli, Basti : उपभोक्ताओं के जीवन से खिलवाड़ करने वाले मिलावटखोरों का एक मामला सोमवार को उस वक्त सामने आया, जब उनका सप्लायर सामान सहित पकड़ा गया। रुधौली क्षेत्र के डिस्ट्रीब्यूटर को एक दुकान पर उतारे जा रहे तेल के टिन की पैकिंग पर शक हुआ। उसने इसकी जानकारी चाही तो सप्लायर द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। जिसके उपरांत उसने डायल 112 पर पुलिस को जानकारी दी। पुलिस दोनों को सामान सहित हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार देर शाम एक पिकअप पर डिस्ट्रीब्यूटर अमित वर्नवाल ने अदानी विलमर की फार्च्यून सोयाबीन तेल के 13 किलोग्राम वाले टिन को एक दुकान पर उतरते देखा। उसे टिन पर छपे स्टीकर पर कुछ संदेह हुआ तो उसने उतारने वाले से जानकारी मांगी, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं लगा। सच न बताने के कारण उसने पुलिस को सूचना दी। दोनों को सामान सहित थाने ले जाया गया। नकली तेल पकड़े जाने की खबर फैलते ही स्थानीय व्यापारियों में खलबली मच गई। हर कोई उत्सुकता के साथ यह जानना चाहता था कि सच्चाई क्या है। डिस्ट्रीब्यूटर अमित वर्नवाल का कहना है कि इस क्षेत्र में सिर्फ उसे ही कंपनी से अधिकृत किया गया है। काफी दिनों से दुकानदारों से मांग कम होती जा रही थी, तो शक होना लाजमी था।
डिस्ट्रीब्यूटर की सूचना पर अदानी विलमर कंपनी के एएसएम सहित खाद्य सुरक्षा विभाग के लोग पहुंचे हुए हैं। जांच प्रक्रिया जारी है। तेल के सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है।
एएसएम के अनुसार पकड़े गए सभी टिनों पर एक ही बैच नंबर और निर्माण तिथि पाई गई है। स्टीकर पर छपे बारकोड से कोई जानकारी नहीं मिली, जिससे यह संदेह स्पष्ट हो गया है कि तेल पूरी तरह से नकली है।
सूत्रों का मानना है कि यदि इस मामले में गंभीरता से जांच हो तो कई खुलासे हो सकते हैं। वैसे भी इसकी चर्चा काफी तेज रही। कहा जाता है कि इस मामले को रफा-दफा करने के लिए रात भर प्रयास किया गया था, लेकिन मामला सार्वजनिक होने के कारण उनके मंसूबों पर पानी फिर गया। पुलिस सारे तथ्यों से पर्दा हटाने के लिए भाग-दौड़ कर रही है। मुकदमे की तैयारी चल रही है, इसके लिए कंपनी के एएसएम ने तहरीर दे दी है।
देखना होगा कि जनता की सेहत से खिलवाड़ करने वाले कानून की जद में कब आते हैं। यदि पुलिस गंभीरता से जांच करे तो इसमें शामिल कई चेहरों से नकाब उठ सकता है।










