बरेली: मंदिर पर मिट्टी की पुताई के लिए मिट्टी खोद रहे दो बच्चे मौत की ज़द में सो गए। हादसा उस वक़्त हुआ जब दोनों बच्चे पीली मिट्टी की खुदाई कर रहे थे। अचानक से मिट्टी की ढांग भरभराकर गिर गईं। जिससे दोनों बच्चे मिट्टी में दब गए। घटना की जानकारी होने पर गांव में कोहराम मच गया। जब तक बच्चों को मिट्टी से हटाकर बाहर निकला तब तक बच्चों की जान जा चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस बीच एक बच्चे के पिता का आरोप था कि उसके बच्चे की हत्या की गई है।
मामला थाना बिथरी चैनपुर के गांव तैयदपुर में शिव मंदिर की पुताई के लिए पीली मिट्टी खोदने गए नेत्रपाल का 14 वर्षीय बेटा रवि और नत्थूलाल का मुंहबोला बेटा मोहित (13) मिट्टी खोद रहे थे इस दौरान अचानक से भरभराकर पीली मिट्टी की ढांग उन पर गिर गई और दोनों बच्चों की उसमें दबकर मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग जमा होना शुरू हो गए थे।
बच्चों की मौत की खबर सुनते ही परिजन बदहवास हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था। वही इस दौरान रवि की मौत पर उसके पिता नेत्रपाल नें काफी देर तक गांव में हंगामा किया। नेत्रपाल कहना था कि उसके बेटे की हत्या की गई है। वही दूसरा बच्चा मोहित को नत्थूलाल ने लेकर पाला था। मोहित थाना भुता के गांव मिर्जापुर का रहने वाला बताया जा रहा है। मां सौतेली होने के कारण मोहित अपने परिवार को छोड़कर चलाया था उसके बाद से मोहित नत्थूलाल के पास रह रहा था।