बरेली: टैक्स ने तोड़ी जनता की कमर,टैक्स को लेकर उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने भी दिया ज्ञापन

बरेली। नगर निगम के टैक्स विभाग में हो रही धांधलेबाजी से परेशान भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों और पार्षद राजेश अग्रवाल ने आज नगर निगम परिसर में हुंकार भर नारेबाजी की। इसके बाद महापौर उमेश गौतम ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्र को मौके पर बुलाकर मामले को गंभीरता से निस्तारण करने के निर्देश दिए।

इस दौरान पार्षद राजेश अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम के राजस्व विभाग के अफसर लंबे समय से मनमर्जी मुताबिक टैक्स बिल भेज रहे हैं। इस टैक्स से आम जनता की कमर टूट गई है। वहीं व्यापारियों ने कहा कि जीआईएस सर्वे के बाद स्थिति और भी खराब हो गई है। लोगों के डबल बिल आ रहे हैं। खास बात यह है दोनों बिलों में काफी काफी अंतर आ रहा है। 

बता दें कि नगर निगम के राजस्व विभाग में गड़बड़ी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विभाग के अधिकारी मनमर्जी के काम कर रहे हैं। महापौर और नगर आयुक्त की भी कोई सुनने को तैयार नहीं है। टैक्स बिलों में आ रही कमियों को देखते हुए पिछले दिनों महापौर उमेश गौतम भी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं, लेकिन फिर भी इस समस्या से जनता को कोई सहुलियत नहीं मिली है।

जनता की इसी परेशानी को देखते हुए पार्षद राजेश अग्रवाल और भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी नगर निगम पहुंचे। उन्होंने जनता की समस्या को नगरायुक्त निधि गुप्ता वत्स के सामने रखा उसके बाद महापौर उमेश गौतम से मिले। महापौर ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्र को मौके पर बुलाया और जनता की समस्या का तुरंत निस्तारण करने के निर्देश दिए।

नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने आज शहर के कई मुख्य मार्गों और स्थानों पर सफाई नहीं की। जिस वजह से सड़क पर कूड़ा पड़ा रहा। सड़कों से कूड़ा न उठने से राहगीरों को दिक्कत हुई ही  सफाई कर्मचारी एक तरफ नगर निगम के अधिकारियों को फरमान मान भी रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ इस फरमान पर पानी फेर रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों ने निर्देश दिए थे कि सावन माह के हर सोमवार को मंदिरों के आस-पास और शहर में साफ-सफाई पर अधिक ध्यान दिया जाएगा, लेकिन पहले सोमवार को ही कर्मचारियों ने इस मंशा पर पानी फेर दिया।

बता दें कि आज से सावन माह शुरू हो गया है, हजारों की संख्या में लोग शहर के नाथ मंदिरों में जलभिषेक किया। इसके लिए नगर निगम के उच्चाधिकारियों ने कर्मचारियों को पहले से ही निर्देश दे दिए थे कि नाथ मंदिरों और शहर के अन्य छोटे-बड़े मंदिरों के आस-पास गंदगी नजर नहीं आनी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कार्रवाई के डर से सफाई कर्मचारी मंदिरों के आस-पास साफ-सफाई करते नजर आए, लेकिन वह यह भूल गए कि मुख्य मार्गों और स्थानों पर भी साफ-सफाई होनी है। शहर में कई स्थानों से आज कूड़ा नहीं उठाया गया। जिससे लोगों को परेशानी हुई। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने नगर निगम और ठेकेदार से शिकायत भी की।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें