- किशोरी के घरवालों पर भी गंभीर आरोप
- पुलिस पर लगाए गए आरोप गलत सीओ : संदीप सिंह
बरेली। थाना भुता क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। चार दिन पहले थाने से लौटे युवक सलमान (22) का शव उसके ही घर में फंदे से लटका मिला। आरोप है कि उस पर एक किशोरी को भगाने का शक था। थाने में पूछताछ के दौरान उसे पुलिस ने पीटा और लड़की के परिजनों ने धमकाया। इस अपमान और डर से टूटकर सलमान ने अपनी जिंदगी खत्म कर दी।
थाने में बिठाया, फिर पिता के हवाले किया, लेकिन लौटने के बाद से गुमसुम था सलमान
मामला क्योलड़िया थाना क्षेत्र की एक किशोरी से जुड़ा है, जो करीब चार महीने पहले लापता हो गई थी। पुलिस ने जब कॉल डिटेल खंगाली, तो सलमान का नाम सामने आया। इसके बाद 26 अप्रैल को क्योलड़िया थाने बुलाया गया। पूछताछ के बाद उसे उसके पिता और ग्राम प्रधान की सुपुर्दगी में सौंप दिया गया। लेकिन उसके बाद से ही सलमान खुद में गुम हो गया। वह ठीक से किसी से बात नहीं करता था, खाने-पीने तक से मन उचट गया था।
रात को लगाई फांसी, सुबह परिजनों ने देखा शव
रात में सलमान ने कमरे में दुपट्टे का फंदा बनाकर जान दे दी। सुबह जब काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकला तो परिजन पहुंचे। दरवाजा खोलकर देखा तो सबके होश उड़ गए—सलमान फंदे पर लटका था। चीख-पुकार मच गई। पुलिस और फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया, जिन्होंने मौके से साक्ष्य जुटाए।
थाने में हंगामा, इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप
सलमान के परिजन थाने पहुंचे और आरोप लगाया कि क्राइम इंस्पेक्टर ने थाने में सलमान को पीटा था। साथ ही किशोरी के पिता और भाइयों ने धमकी दी थी—”अब अगर दिखाई दिया तो जान से मार देंगे”। इसी डर और अपमान से सलमान अंदर ही अंदर घुटता रहा और आखिरकार फांसी लगाकर जान दे दी।
इस पर परिजनों और ग्रामीणों ने थाने में करीब छह घंटे तक हंगामा किया। बाद में सीओ फरीदपुर संदीप सिंह मौके पर पहुंचे, उन्होंने समझा-बुझाकर परिजनों को शांत किया। इसके बाद तहरीर लेकर किशोरी के पिता और दो भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
सीओ संदीप सिंह के मुताबिक सलमान के परिजनों ने पुलिस पर जो आरोप लगाए हैं वों गलत हैं साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद युवक के शरीर पर कहीं भी कोई चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। किशोरी के परिजनों पर धमकाने का आरोप है उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पुलिस द्वारा आगे कार्रवाई प्रचलित है