
बरेली। कभी लोगों की ज़िंदगी बर्बाद करने को तैयार बैठी शराब अब खुद मिट्टी में मिल गई। नशे के सौदागरों की शामत आई हुई है। थाना प्रेमनगर पुलिस ने वर्षों से जमा 494 लीटर अवैध शराब का ऐसा ‘संगठित विसर्जन’ किया कि शराब की बोतलें भी सोच में पड़ गई होंगी —”हमने आखिर किया क्या था?”
यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली के निर्देश पर चल रहे ‘ऑपरेशन क्लीन’ के अंतर्गत की गई, जिसमें 2012 से 2020 तक दर्ज 36 आबकारी मामलों से जुड़ी शराब को ठिकाने लगाया गया। इस शराब में 240 लीटर कच्ची शराब और 254 लीटर देशी व अंग्रेजी शराब शामिल थी।
कैसे किया गया निस्तारण ?
दिनांक 28 अप्रैल 2025 को माननीय न्यायालय अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (कक्ष-7) द्वारा आदेशित शराब निस्तारण प्रक्रिया को 30 अप्रैल को अंजाम दिया गया। थाना परिसर की खुली जमीन में गड्ढा खुदवाया गया, शराब की पिपियाँ, पव्वे और बोतलें तरतीब से रखवाकर पंचनामा तैयार किया गया, फिर वीडियोग्राफी के साथ नियमानुसार शराब नष्ट की गई।
पुलिस की सख्ती से दहशत में नशे का धंधा
बरेली पुलिस का यह संदेश साफ है — पुराने मामले भी भुलाए नहीं जाएंगे और जब्त सामग्री का कानूनी अंजाम होगा। प्रेमनगर पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय शराब माफिया में खलबली है, और आमजन को सुकून कि अब “नशा मिट रहा है, नशा बढ़ नहीं रहा।”
कार्रवाई की कमान संभाली—
आशुतोष रघुवंशी, प्रभारी निरीक्षक
धर्मेन्द्र सिंह, निरीक्षक अपराध
हे.म. 327 विकास कुमार
म.का. 828 अम्रता