
- कानून से खिलवाड़ करने वालों की खैर नहीं: अनुराग आर्य,
- सबूतों के साथ मजबूत केस – आधुनिक पुलिसिंग की मिसाल
बरेली। शहर में अपराधियों के लिए अब कोई जगह नहीं बची है। जब से एसएसपी अनुराग आर्य ने बरेली की कमान संभाली है, अपराध पर लगाम कसने के लिए एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में मसाज पार्लर की आड़ में चल रहे देह व्यापार के गंदे कारोबार का भंडाफोड़ करके उन्होंने साफ कर दिया है कि बरेली में कोई भी व्यक्ति कानून के शिकंजे से नहीं बच सकता, चाहे वो कितना ही रसूखदार क्यों न हो।
एसएसपी अनुराग आर्य और एसपी सिटी मानुष पारीक के संयुक्त निर्देश पर सीओ अजय कुमार व इज्जतनगर थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक खास ऑपरेशन चलाया गया। इज्जतनगर क्षेत्र में बन्नूवाल नगर स्थित बालाजी अस्पताल के पास एक मकान में मसाज पार्लर की आड़ में चल रहा सेक्स रैकेट वर्षों से लोगों की आंखों में धूल झोंक रहा था। लेकिन इस बार अपराधियों की किस्मत ने साथ नहीं दिया। सोमवार देर शाम पुलिस ने उस ठिकाने पर छापा मारा और दो कमरों में युवक-युवतियों को आपत्तिजनक अवस्था में रंगे हाथों पकड़ लिया।
इस कार्रवाई में एक चर्चित चार्टर्ड अकाउंटेंट का बेटा वैभव गोयल भी गिरफ्तार किया गया, जिससे यह साफ हो गया कि अपराध का कोई चेहरा नहीं होता। कुल 15 आरोपी – 8 पुरुष और 7 महिलाएं – पुलिस के शिकंजे में आए। इनमें कुछ युवक पीलीभीत, उधम सिंह नगर और अन्य जिलों से थे, जो इस गिरोह से जुड़कर बरेली की छवि को धूमिल कर रहे थे। लेकिन एसएसपी ने यह संदेश दे दिया कि बरेली की पहचान अपराध से नहीं, कानून और व्यवस्था से तय होगी।
पुलिस ने मौके से 11 स्मार्टफोन, 2 कीपैड फोन, 32,720 रुपये नकद, 28 कंडोम, मैनफोर्स गोलियां, मेकअप सामग्री, स्किन प्रोडक्ट्स, QR कोड स्कैनर आदि बरामद किए। हर सामान को विधिवत सील करके साक्ष्य के तौर पर रिकॉर्ड किया गया है। यह कार्रवाई सिर्फ दिखावे की नहीं, बल्कि अपराध के खिलाफ मजबूत केस तैयार करने की दिशा में एक ठोस कदम है।
पूछताछ में सामने आया कि मकान उर्मिला नामक महिला के नाम पर किराए पर लिया गया था, जो इस गोरखधंधे की मास्टरमाइंड है। वह ही ग्राहकों को बुलाती, सौदे तय करती और पैसे वसूलती थी। उर्मिला समेत अन्य सभी पर वैश्यावृत्ति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही पुलिस इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की पहचान करने के लिए मोबाइल डेटा, डिजिटल पेमेंट डिटेल्स और कॉल रिकॉर्ड्स खंगाल रही है।
एसएसपी का एक ही संदेश है – अपराधी या तो सुधर जाएं या शहर छोड़ दें। चाहे हुक्का बार में अश्लीलता हो, नशे का व्यापार हो, या फिर सड़क पर जाम छलकाते शोहदे – किसी को नहीं बख्शा जाएगा। इज्जतनगर थाना समेत पूरे जिले की पुलिस टीम को अलर्ट पर रखा गया है। यह सिर्फ एक कार्रवाई नहीं, बल्कि अपराध के खिलाफ छेड़े गए युद्ध की शुरुआत है।
एसएसपी की अगुवाई में पुलिस अब हाईटेक और प्रोफेशनल बन चुकी है। किसी भी सूचना पर तुरंत एक्शन, डिजिटल सबूतों को सुरक्षित रखना, प्रेस के सामने पारदर्शिता से जानकारी देना – ये सब उनकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। इस कार्रवाई में महिला दरोगाओं, कांस्टेबलों और अन्य अफसरों की भी अहम भूमिका रही, जिससे साफ है कि यह टीमवर्क का नतीजा है।
अभिषेक पटेल पुत्र बुद्ध सिंह – निवासी: सिसिया, थाना भुता
अफलाक पुत्र नवी अहमद – निवासी: हबीबउल्लाह खां जनूबी, बीसलपुर, पीलीभीत
वैभव गोयल पुत्र विजय कुमार गोयल सीए – निवासी: स्टेशन रोड, सिविल लाइंस, बरेली
अमर सिंह पुत्र नत्यूलाल – निवासी: शांति बिहार, सुभाषनगर
बुद्धसेन पुत्र रामलाल – निवासी: कमऊआ, हाफिजगंज
ताविश पुत्र मोहम्मद राशिद – निवासी: ग्यासपुर, बीसलपुर, पीलीभीत
अखलाक पुत्र मुन्ने अंसारी – निवासी: महेशपुर अटरिया, सीबीगंज
अजय सागर पुत्र धनीराम
ब्यूटी विश्वास पत्नी दुलाल विश्वास – निवासी: सितारगंज, उधम सिंह नगर
सर्वेश पत्नी प्रेम सिंह – निवासी: संजयनगर, बारादरी
उर्मिला पत्नी चुन्नीलाल – निवासी: ढकिया, हाफिजगंज (मुख्य आरोपी)
मलीना मिस्त्री पत्नी विकास मिस्त्री – निवासी: सितारगंज, उधम सिंह नगर
निशा पत्नी अनस खान – निवासी: सुभाषनगर
गिरफ्तार करने वाली टीम –
गिरफ्तार करने वाली टीम में सीओ तृतीय अजय कुमार, इज्जतनगर इंस्पेक्टर विजेंद्र सिंह, इंस्पेक्टर क्राइम रविंद्र कुमार, महिला दरोगा चंचल, पायल, हेड कांस्टेबल मोहम्मद सलीम, धनीस सक्सेना, विपुल कुमार, कांस्टेबल पंकज चौहान, विवेक धाम, विशाल, अनुराग तिवारी, राजेश, नरेंद्र कुमार, महिला हेड कांस्टेबल आरती पाल, महिला कांस्टेबल ब्रिजेश शर्मा शामिल रहे।