बरेली। जनपद में 21 जुलाई को होने वाले प्रस्तावित सामूहिक निकाह पर चल रहे विवाद ने बुधवार को फिर तूल पकड़ लिया। आईएमसी के प्रदेश संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा की थी। मगर, अगले दिन आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खां ने इस घोषणा का खंडन कर दिया।
तय तिथि पर होगा कार्यक्रम:
मौलाना तौकीर रज़ा खां ने बताया कि मंगलवार को आईएमसी के पदाधिकारियों पर प्रशासन ने कार्यक्रम को स्थगित करने का दबाव बनाकर जबरन पत्र जारी करवा दिया है। वहीं उन्होंने कार्यक्रम की घोषणा करने वाले आईएमसी के प्रवक्ता डॉ. नफीस खां, संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी और मीडिया प्रभारी मुनीर इदरिसी से स्पष्टीकरण माँगा है।
23 हिंदू युवक-युवतियां कर चुके मतांतरण: तौकीर रज़ा
बुधवार को मौलाना तौकीर रज़ा खां ने मीडिया से बात करते हुए बताया की 23 हिंदू युवक-युवतियां रिलेशनशिप में रह कर पहले से ही मतांतरण कर चुके हैं। वे सामूहिक निकाह को सार्वजनिक करना चाहते हैं। उन्होंने बताया की पहले पांच जोड़े का सामूहिक निकाह बिहारीपुर स्थित खलील स्कूल में कराएँगे। कार्यक्रम की अनुमति का आवेदन पहले से जिला प्रशासन के पास है। हम प्रशासन की स्वीकृति का इंतज़ार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन अनुमति नहीं देता है तो स्पष्टीकरण देना होगा। वहीं बिना अनुमति मंदिर, मंठों से शादी कराकर प्रमाणपत्र जारी किए गये हैं, उन पर क्या करवाई की? जो लोग कानून से हटकर मुसलमानों को बदनाम कर रहे हैं, उन पर क्या करवाई करेगा।
कार्यक्रम पर प्रशासन सख्त
आईएमसी के प्रस्तावित सामूहिक निकाह कार्यक्रम पर पुलिस और प्रशासन सख्त है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। मौलाना तौकीर रज़ा के दबाव को सिटी मजिस्ट्रेट ने नाकारा है।
कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले किसी की कार्यक्रम की अनुमति नही दी जायेगी। सावन में शांति व्यवस्था बरकरार रखना प्राथमिकता है। – एसएसपी अनुराग आर्य