बरेली: हेमलता हत्या कांड: उलझ रहे धागे खून के…

बरेली। हेमलता हत्याकांड में अब नया मोड़ आया है। गोली मारने के बाद कातिल मौके से दोनों खोखे भी उठा ले गए। पुलिस को मौके से एक भी खोखा नहीं मिला। 315 बोर के कारतूस के खोखों की तलाश में बृहस्पतिवार को पुलिस टीम ने घटनास्थल से 500 मीटर का पूरा इलाका खंगाला। इसके लिए नोएडा से स्पेशल टीम को बुलाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक हेमलता को दो गोलियां मारी गईं थीं। एक सिर में फंसी थी। दूसरी सीने के पार निकल गई थी। हैरत की बात यह है कि घटना के कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम को एक भी खोखा नहीं मिला। पोस्टमार्टम के दौरान सिर से 315 बोर की गोली निकली।

पुलिस को लग रहा था कि कातिल तमंचा व खोखा आसपास ही फेंक गए होंगे। तमंचा व खोखे की तलाश में बृहस्पतिवार को फॉरेंसिक टीम, सर्विलांस, डॉग स्क्वॉड, क्राइम ब्रांच व नोएडा से आई मेटल डिटेक्टर टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। घटनास्थल के चारों ओर 500 मीटर तक का इलाका खंगाला गया पर चाकू, तमंचा, खोखा कुछ नहीं मिला।

तमंचे से सटाकर मारी गई थीं गोलियां

वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ब्लैकेनिंग आई है। यानी कि हेमलता को तमंचा सटाकर गोलियां मारी गई थीं। पूछताछ में पति राजकुमार ने बताया कि जब बदमाशों ने गोली चलाई तो वह नीचे बैठ गया। हेमलता सामने आ गई थी। इसलिए जो गोली पार निकली, वह उसे नहीं लगी।

राजकुमार के बयान से हेमलता की हत्या की गुत्थी और उलझती जा रही है। पुलिस को कातिल तक पहुंचने के लिए साक्ष्य चाहिए पर लाख प्रयास के बाद भी वे नहीं मिल रहे। बता दें कि मंगलवार को शाही थाना क्षेत्र के गांव बकैनिया बीरपुर निवासी राजकुमार की पत्नी हेमलता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज हटे, नए की तैनाती नहीं

हेमलता की हत्या के बाद एसएसपी ने इंस्पेक्टर सतीश कुमार व दुनका चौकी इंचार्ज जगदीश कुमार जोशी को हटा दिया था। बृहस्पतिवार को दोनों ने चार्ज छोड़ दिया। इंस्पेक्टर की तैनाती के लिए निर्वाचन अधिकारी की अनुमति का इंतजार है। तब तक शाही थाने की कमान वरिष्ठ उप निरीक्षक सुनील तोमर को सौंपी गई है।

वहीं, दुनका चौकी पर रविदत्त शर्मा को तैनात किया गया है। उनके पास हल्दी कला चौकी का भी चार्ज है। बृहस्पतिवार को पुलिस अधिकारियों ने दुनका पहुंचकर हेमलता के पिता हरीश कुमार व उनके पति राजकुमार को घटनास्थल पर ले जाकर अलग-अलग पूछताछ की।

सीओ मीरगंज दीपशिखा अहिवरन ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एसआईटी सहित पांच टीमें गठित की हैं, जो घटना के खुलासे के लिए प्रयासरत हैं। शीघ्र ही खुलासा किया जाएगा।

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