-बोले थे सपा के प्रदेश महासचिव – अब होगी वसूली
-सपा प्रत्याशी प्रवीन ऐरन के नामांकन का वीडियो हुआ वायरल
– कोतवाली में भाजपा कार्यकर्ता ने दर्ज कराया मुकदमा
भास्कर ब्यूरो
बरेली। समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव अताउर्रहमान पर एक मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज कराने वाले भाजपा के एक कार्यकर्ता जितेन्द्र कुमार हैं। जिनका आरोप है कि सपा के प्रदेश महासचिव व बहेड़ी के विधायक अताउर्रहमान ने उनकी पार्टी के प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार, उनके भतीजे दुष्यंत गंगवार को सार्वजनिक रूप से लुटेरा, जमीनें कब्जाने वाला, व्यापारियों से वसूली करने वाला, कब्रिस्तान और शमशान की जमीनें कब्जाने वाला बताया था और अपील की थी कि इन लुटेरों को बरेली से भगा दो। इस भाषण का वीडियो जबरदस्त किस्म से वायरल होने के बाद भाजपा कार्यकर्ता जितेन्द्र कुमार ने इस भाषण को बेहद आपत्तिजनक माना है तथा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कोतवाली में आईपीसी की धारा 153 ए, 505 व 500 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कराया है।
एफआईआर में कहा गया है कि भाजपा के लोकसभा के प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार व उनके भतीजे के संबंध में सपा विधायक ने अपशब्द बोले हैं, अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है। 16 अप्रैल को सपा प्रत्याशी प्रवीन सिंह ऐरन का नामांकन था। इस दौरान नेहरू युवा केंद्र पर हुई एक सभा में अताउर्रहमान ने सार्वजनिक रूप से छत्रपाल गंगवार और उनके भतीजे को लुटेरा बता तथा कहा कि भाजपा नेताओं की अक्ल पर पत्थर पड़ गए हैं, जो एक लुटेरे को टिकट दे दिया। यह कब्रिस्तान और शमशान की जमीनों पर कब्जे करता है। हिंदू मुस्लमान की बात कही तथा कहा कि ये लोग फोन कर व्यापारियों से पैसे मांगेगे। इन लुटेरों को बरेली से भगा देंगे तथा कहा कि मैने इसे बहेड़ी से हराकर भगा दिया।
एफआईआर में कहा गया है कि सौहार्दपूर्ण माहौल को खराब करने का कार्य किया गया है। विधायक ने मानहानि वाले शब्दों का प्रयोग किया है। सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया। यह वीडियो वायरल की गई है। भाजपा नेता की इस शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बौखला गई है भाजपा – सपा
बरेली। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मयंक शुक्ला मोंटी ने कहा है कि भाजपा शासन और प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। वह सामने खड़ी हार से बुरी तरह से बौखला चुके हैं। पार्टी नेता ने कुछ भी ऐसा नहीं कहा है जो कि आपत्तिजनक हो। राजनीतिक सार्वजनिक जीवन में जो लोग भी काम करते हैं उनकी छवि को लेकर जनता बारीकी से निगाह रखती है और उनके बारे में सब कुछ जानती है। भाजपा प्रत्याशी का सच सभी जानते हैं। इस तरह के मुकदमें हार की बौखलाहट का नतीजा हैं।