
Bareilly : स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बरेली से उस साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जो पिछले दो वर्षों से देशभर में हजारों लोगों को आधार कार्ड बनाने का फर्जी सॉफ्टवेयर बेचकर करोड़ों की ठगी कर चुका था। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान जयवीर गंगवार पुत्र मेवाराम निवासी राजेंद्र नगर, थाना प्रेमनगर, बरेली के रूप में हुई है।
एसटीएफ ने बताया कि जयवीर ने कम्प्यूटर साइंस से बीटेक किया है और पहले नोएडा की एक आईटी कंपनी में नौकरी करता था। नौकरी छोड़ने के बाद उसने आधार कार्ड बनाने का नकली सॉफ्टवेयर तैयार किया और फेसबुक व व्हाट्सएप ग्रुपों पर इसका विज्ञापन डालकर बेचने लगा। सॉफ्टवेयर की कीमत प्रति व्यक्ति 1000 से 1500 रुपये रखी गई थी। ठगी का तरीका यह था कि वह एनीडेस्क के जरिए खरीदार के कम्प्यूटर में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करता और आईडी-पासवर्ड देकर भरोसा दिलाता। लेकिन सॉफ्टवेयर काम नहीं करता था। शिकायत करने पर जयवीर और पैसे मांगता और बाद में फोन बंद कर देता।
अब तक वह उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात समेत कई राज्यों के 2000 से ज्यादा लोगों को ठग चुका है। गिरफ्तारी के समय एसटीएफ ने उसके पास से एक लैपटॉप, एक मोबाइल, दो फर्जी आधार कार्ड और चार एटीएम/डेबिट कार्ड बरामद किए।
जयवीर को शनिवार रात सुभाष नगर पुलिया से बरेली जंक्शन जाने वाले मार्ग पर दबोचा गया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, अब्दुल कादिर ने रविवार काे बताया कि अभियुक्त लंबे समय से फर्जी सॉफ्टवेयर बेचकर ठगी कर रहा था। इस तरह की धोखाधड़ी आम जनता के लिए गंभीर खतरा है। ऐसे मामलों पर एसटीएफ की लगातार नजर है और भविष्य में भी साइबर अपराधियों के खिलाफ इसी तरह सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अभियुक्त के खिलाफ थाना सुभाष नगर में मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों और ठगी के नेटवर्क की भी जांच की जा रही है।
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