
बरेली। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन को कथित तौर पर करणी सेना की ओर से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इतना ही नहीं, हाल ही में उनके आवास और काफिले पर हमला भी किया गया। इन घटनाओं के विरोध में सपा ने सेट दामोदर पार्क में धरना दिया और महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
सपा जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप ने कहा कि, “राज्य में आम जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी सुरक्षित नहीं हैं। हत्या, लूट, महिलाओं पर अत्याचार और दलितों पर हमले जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद रामजी लाल सुमन को पिछले कई दिनों से धमकियां मिल रही हैं और उनके काफिले पर 27 अप्रैल को अलीगढ़ में हमला हुआ, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे यह संदेश जा रहा है कि अराजक तत्वों के हौसले बुलंद हैं।
सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पीडीए समाज के लोगों के साथ हो रहे कथित उत्पीड़न और संविधान विरोधी मानसिकता का विरोध ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में आस्था रखने वालों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
धरने में सपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार, पूर्व विधायक विजय पाल, इंजीनियर अनीस, डॉक्टर अनीस वेग, अशोक यादव और अन्य शामिल रहे।