
बरेली। बहेड़ी क्षेत्र में रबीउल अव्वल माह के दौरान होने वाले पारंपरिक जलसा-ए-मोहम्मदी को लेकर इस बार विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासन से अनुमति न मिलने पर मुस्लिम समाज से जुड़े तीन प्रमुख संगठनों ने सोमवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और कार्यक्रम कराने की मांग की।
अंजुमन बोस्ताने मदार, अंजुमन गुलामाने रसूल और अंजुमन खुद्दामे आलिया के पदाधिकारियों ने कहा कि यह आयोजन पिछले 70 वर्षों से नैनीताल रोड पर होता आ रहा है। हर साल अनुमति मिलती रही है, लेकिन इस बार पुलिस प्रशासन द्वारा अनुमति न मिलने से संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि जलसा-ए-मोहम्मदी मुस्लिम समाज की गहरी आस्था से जुड़ा कार्यक्रम है। हजरत मोहम्मद के जन्मदिवस के मौके पर निकाले जाने वाले इस जलसे को रोकना धार्मिक भावनाओं को आहत करने जैसा होगा।
उनका कहना है कि परंपरा और धार्मिक स्वतंत्रता को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को अनुमति देनी चाहिए। ज्ञापन सौंपने वालों में डॉ. सय्यद इंतखाब आलम, जलीस मियां मदारी, नाजिर नियाज़ी, खालिक चौधरी , मोहम्मद जुबैर , फैजान वारसी, शारिक जाफरी , कारी अतीक रज़ा ,मेराज सिद्दीकी, मौलाना राशिद कादरी मौजूद रहे।