
भास्कर ब्यूरो
बरेली। सकलैनी और रज़वी खेमों के बीच लंबे अरसे से सुलग रहा विवाद एक बार फिर लड़ाई की शक्ल में सामने आया है। सोमवार को रजिस्ट्री ऑफिस परिसर में प्लॉट एग्रीमेंट के दौरान दोनों गुट आमने-सामने आ गए और मामला कुछ इस कदर बिगड़ा कि लहू बहा। आरोप है कि रजवी पक्ष के लोगों ने सकलैनी खेमे के हाजी लतीफ कुरैशी पर लोहे की रॉड और धारदार हथियारों से जानलेवा हमला बोल दिया। जिसके बाद सक्लैनी का हुजूम अपनी शिकायत लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक हाजी लतीफ कुरैशी, पुत्र बाबू कुरैशी ने बताया कि दोपहर में रजिस्ट्री ऑफिस में जरूरी काम से पहुंचे थे। तभी रजवी गुट के मोहसिन रजा, उनके भाई हस्सान, यूनुस और चार-पांच अन्य लोगों ने उन्हें घेर लिया और बिना किसी बात के रॉड और हथियारों से पीट दिया। हमले में उनके सिर पर गंभीर चोट आई और खून से लथपथ हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
घटना के बाद कोतवाली थाने में शिकायत दी गई, लेकिन अभी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है। हाजी लतीफ का आरोप है कि मोहसिन रजा आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उस पर पहले से गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई प्रस्तावित है।
सूत्रों की मानें तो विवाद की जड़ एक कथित टिप्पणी है, जो रजवी पक्ष के पीरो-मुरशिद को लेकर की गई थी। मोहसिन रजा ने बातचीत के दौरान दावा किया कि हाजी लतीफ ने उनके पीरो को अपशब्द कहे, लेकिन जब लतीफ ने इससे इनकार किया, तो मोहसिन ने पलटवार करते हुए कहा कि उनके “पीरो मुरशिद” खुद ऐसा कहते हैं।
हालांकि मोहसिन अपने आरोप के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं कर सके। इस घटना के बाद मंगलवार को हाजी लतीफ अपने समर्थकों के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचे और हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
फिलहाल पुलिस पर कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं और शहर में यह चर्चा का विषय बन गया है।