बरेली। महिला उत्पीड़न के मामले में कार्रवाही के नाम पर पीड़िता से रुपए मांगने व रुपए न देने पर अभद्रता करने के आरोप में एडीजी बरेली से शिकायत के बाद रामपुर एसपी विद्या सागर मिश्र ने शाहबाद के चर्चित कोतवाल प्रिंस शर्मा को निलंबित (सस्पेंड) कर दिया है। निलम्बित कोतवाल प्रिंस शर्मा वर्ष 2022 में बिजनौर के थाना नगीना में अपनी तैनाती के दौरान भू-माफिया व अपराधियों को संरक्षण देने के चलते खूब चर्चा में आया था। कारनामे उजागर करने वाले पत्रकार शहजाद अंसारी के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराकर योगी सरकार व पुलिस विभाग की कराई थी किरकिरी।
यह था मामला
जनपद रामपुर सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के ग्राम टिकट गंज निवासी एक महिला थाना शाहबाद क्षेत्र में रहकर जागरण पार्टी में काम करती है। महिला ने थाना शाहबाद पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि बदायूं क्षेत्र का योगेश शर्मा उसके मोबाइल पर आपत्तिजनक मैसेज भेजता है और गुंडों से उठवाने की धमकी देता है। मृतक आश्रित में भर्ती हुए शाहबाद थाने के भ्रष्ट कोतवाल प्रिंस शर्मा ने आरोपी का मात्र शांतिभंग में चालान कर अपना गुडवर्क दिखा दिया। पीड़िता ने कोतवाल प्रिंस शर्मा की कारगुजारी की शिकायत एसपी रामपुर से की। एसपी के आदेश के बाद पुलिस को आरोपी के खिलाफ 21 अगस्त को मुकदमा दर्ज करना पडा।
पैसों की मांग का लगाया आरोप
पीड़ित महिला का आरोप है जब वह अपने मुकदमे में कार्रवाई के लिए शाहबाद थाने गई तो बेलगाम कोतवाल प्रिंस शर्मा आला अधिकारियों के बारे में गलत टिप्पणी करते हुए कार्रवाई के नाम पर पीड़िता से पैसों की मांग करने लगा। जब पीडिता उसकी डिमांड पूरी नहीं कर सकी तो उसके साथ अभद्रता की गई। पीड़ित महिला ने मजबूर होकर बेलगाम कोतवाल प्रिंस शर्मा की करतूत की शिकायत एडीजी बरेली रमित शर्मा से की। एडीजी के दरबार में शिकायत पहुंचने के बाद पूरे मामले की जांच सीओ शाहबाद संगम कुमार को सौंपी गई। बेलगाम कोतवाल प्रिंस शर्मा ने पुलिस अधिकारियों की छवि खराब करने के लिए शनिवार की रात आरोपी पक्ष की महिला की तरफ से उल्टा पीड़ित महिला के सहयोगी के खिलाफ दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया।
सीओ कि जांच में चर्चित कोतवाल प्रिंस शर्मा की कारगुजारी सामने आई है। सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी विद्या सागर मिश्र ने बीती शाम भ्रष्ट कोतवाल प्रिंस शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। निलम्बित कोतवाल प्रिंस शर्मा ने वर्ष सितम्बर 2022 में बिजनौर के थाना नगीना मे अपनी तैनाती के दौरान भू-माफिया व अपराधियों के साथ मिलकर पत्रकार शहजाद अंसारी के खिलाफ कई झूठे मुकदमें दर्ज कराए थे जिसकी गूंज शासन तक पहुंची थी। चर्चित कोतवाल प्रिंस शर्मा द्वारा अपने गैंग से लिखाए गए पत्रकार शहजाद अंसारी के खिलाफ सभी मुकदमे झूठे पाए गए थे।