
बरेली । बारादरी थाना क्षेत्र के मोहल्ला कटकुइयां में वर्षों पुराने शिव मंदिर की जमीन को मुस्लिम समाज के शख्स को बेचने की साजिश का मामला गरमा गया है। आरोप है कि मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी संभाल रहे परिवार के लोग अब उसे अपनी पैतृक संपत्ति बताकर सौदेबाजी कर रहे हैं। मंगलवार को मोहल्ले के दर्जनों लोग डीएम कार्यालय पहुंचे और इस ‘सांस्कृतिक धोखाधड़ी’ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सेवा की जगह सौदा !
स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर की देखभाल वर्षों पूर्व होरीलाल गुप्ता और उनके परिवार को सौंपी गई थी। उनके निधन के बाद परिजनों ने मंदिर की सेवा जारी रखी, लेकिन अब वे उसी जमीन को अपनी बताकर कथित रूप से मुस्लिम व्यक्ति के हाथों बेचने की तैयारी में हैं। जब लोगों ने विरोध किया तो जवाब मिला, “यह हमारी संपत्ति है, जैसे चाहें इस्तेमाल करेंगे।”
सांप्रदायिक सौहार्द से खेलने की कोशिश ?
आरोप है कि यह महज एक सौदा नहीं बल्कि एक साजिश है—धार्मिक स्थल की जमीन को निजी मानकर दूसरे समुदाय को बेचना न सिर्फ भावनाओं से खिलवाड़ है, बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द को चोट पहुंचाने की कोशिश भी हो सकती है। स्थानीय लोग इसे मंदिर की आस्था पर हमला मान रहे हैं।
डीएम से की कार्रवाई की मांग
शिवभक्तों और क्षेत्रवासियों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए और मंदिर की संपत्ति को कब्जे और सौदेबाजी से तुरंत मुक्त कराया जाए।
शिकायत करने वालों में किरन, माया देवी, नीरजा, उषा, संतोष देवी, रीता देवी, भूपराम गुप्ता, रामकृष्ण शुक्ला, मुन्ना लाल मिश्रा (किसान यूनियन), आनंद कुमार, मानव गुप्ता, सुनील कुमार, शरद आदि शामिल रहे।