
- राजकीय बीज भंडार पर किसानों की लगी लंबी कतारें, पोर्टल और खतौनी अपडेट में फंसा वितरण
Dariyabad, Barabanki : रबी फसल सीजन की शुरुआत के साथ ही क्षेत्र के किसान सरसों, आलू के बाद अब गेहूं की तैयारी में जुट गए हैं। खाली खेतों की जोताई के साथ किसान सरकारी बीज केंद्रों पर गेहूं का बीज लेने पहुंचे, लेकिन पोर्टल आधारित व्यवस्था ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दीं।
किसानों से कहा जा रहा है कि गेहूं बीज पीएम किसान पोर्टल पर दर्ज जोत के अनुसार ही मिलेगा। कई किसानों की खतौनी का पूरा रकबा पोर्टल पर दर्ज न होने से उन्हें निराश लौटना पड़ा। ऐसे किसानों को पहले खतौनी और शपथ पत्र के आधार पर पोर्टल में रकबा अपडेट कराना होगा, तभी बीज मिल सकेगा।
केंद्र प्रभारी उमेश सिंह ने बताया कि किसान जागरूक किए जा रहे हैं और कागज़ मिलने पर रकबा पोर्टल में दर्ज किया जा रहा है। शासन द्वारा प्रति एकड़ 40 किलो बीज वितरण का निर्देश है।
महंगे दाम पर बीज खरीदने को मजबूर किसान
खतौनी में नामांतरण न होने और पीएम किसान में नाम दर्ज न होने वाले कई किसान सरकारी सुविधा से वंचित हैं। ऐसे किसानों को बाजार से महंगे दाम पर बीज खरीदना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि केंद्रों पर दलाल सक्रिय हैं और प्रक्रिया जटिल होने से किसान परेशान हैं।
साथ ही गन्ना रकबा कम होने व चीनी मिल जल्द शुरू होने के कारण इस बार गेहूं बोआई बढ़ने की उम्मीद है, जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है।
किसानों की मांग है कि पोर्टल अपडेट प्रक्रिया सरल की जाए और केंद्रों पर सहायता बढ़ाई जाए, ताकि समय पर बीज उपलब्ध हो सके।










