रामसनेहीघाट बाराबंकी। भिटरिया स्थित छोटी हनुमानगढ़ी गढ़ी पर चल रहे श्रीराम कथा को पुलिस प्रशासन द्वारा बंद कराए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।भाजपा एम एल सी अंगद सिंह जहां मुख्यमंत्री से मिलकर कार्यवाही की बात कही वही देर शाम क्षेत्रीय विधायक प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री भी डाक बंगले पर पहुंचकर मामले पर बात चीत कर रहे है।
ज्ञात हो की छोटी हनुमान गढ़ी भिटरिया में चल रही श्रीराम कथा को वा मंदिर में हो रही आरती को पुलिस द्वारा नहीं होने दी और व्यास गद्दी सहित पंडाल को हटवा दिया था।ऐसे में पुलिस की कार्यवाही से क्षेत्र में भारी आक्रोश पैदा हो गया मामले की जानकारी होने पर रविवार को सुबह भाजपा एम एल सी अंगद सिंह मंदिर पहुंचकर आयोजक मंडल वा पुजारी से मिलकर मामले की जानकारी ली और सभी को भरोसा दिलाया की मुख्यमंत्री के सामने पूरी बात रखेंगे।
एमएलसी के आने से मामला काफी गर्म हो गया देर शाम क्षेत्रीय विधायक वा खाद्य रसद मंत्री राज्य मंत्री भी पहुंचे और डाका बंगले पर मामले की जानकारी कर रहे है।इस मामले को लेकर जिला ही नहीं आसपास के जिलों से भी हिंदूवादी संगठनों की प्रतिक्रियाएं तेज हो चुकी हैं। धर्म रक्षा समिति के पदाधिकारियों की रविवार को भी बैठक हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि जब तक राम सनेही घाट के प्रभारी निरीक्षक को निलंबित नहीं किया जाता तब तक क्षेत्र में कोई भी धार्मिक कार्यक्रम नहीं आयोजित किया जाएगा।
विश्व हिंदू परिषद, हिंदू वाहिनी सहित तमाम संगठनों ने अपना समर्थन पत्र देते हुए रविवार को भी आर पार की लड़ाई का ऐलान किया। देर शाम धर्म रक्षा संघर्ष समिति के पदाधिकारियों को एसडीएम ने अपने आवास पर वार्ता के लिए बुलाया वार्ता में एसडीएम ने यह बताया कि देर रात तक प्रभारी निरीक्षक पर कार्रवाई हो जाएगी एसडीएम ने समिति के पदाधिकारियों से अनुरोध किया की सामूहिक विवाह के कार्यक्रम को स्थगित ना करें । बताते चलें कि छोटी हनुमानगढ़ी में प्रतिवर्ष गरीब कन्याओं का निशुल्क शादी भी कराता है इस वर्ष भी 33 कन्याओं का राम विवाह 31 मई को होना सुनिश्चित हुआ था।
लेकिन 27 मई की शाम को कथा शुरू होने पर पुलिस प्रशासन द्वारा की गई बर्बरता पूर्व कार्रवाई से मंदिर समिति ने श्री राम महोत्सव के तहत होने वाले अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए यह मामला काफी तेजी से उभरता जा रहा है लोगों में आक्रोश इस कदर है की आसपास के गांव में भी धार्मिक स्थलों से जुड़ी समितियों ने अपने कार्यक्रमों को निरस्त करने की बात कही है अब प्रशासन बैकफुट पर भी आता दिखाई दे रहा है और समिति के पदाधिकारियों की मनुहार करने में लगा है हालांकि मंदिर के पुजारी भैरव बाबा ने दो टूक शब्दों में कह दिया है की जब तक इस मामले का निराकरण नहीं होगा वह मंदिर पर किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को चढ़ने नहीं देंगे।