
- लगभग एक दशक से तैनात डॉक्टर पर जांच केंद्र से मिलीभगत और बाहर से दवाएं लिखने के आरोप, ग्रामीणों ने हटाने की उठाई मांग।
Barabanki, जैदपुर: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैदपुर पर तैनात संविदा आयुष चिकित्सक डॉ. नजमुल सिद्दीकी पर गंभीर आरोप लगने के बाद कस्बे में आक्रोश पनपने लगा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉ. सिद्दीकी मरीजों की जांच और दवा के नाम पर शोषण कर रहे हैं और अस्पताल को अपने रसूख से हाइजैक किए हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, डॉ. नजमुल मरीजों को सबसे पहले महंगी जांच लिखते हैं और फिर उन्हें अस्पताल के बाहर स्थित एक विशेष जांच केंद्र पर भेजते हैं, जहां से उन्हें मोटी रकम प्राप्त होती है। इतना ही नहीं, मरीजों को लंबी-लंबी दवाओं की पर्चियां बाहर से थमा दी जाती हैं, जबकि अस्पताल से केवल नाममात्र की दवा उपलब्ध कराई जाती है। सवाल यह भी उठ रहा है कि आयुष चिकित्सक होने के बावजूद वे अंग्रेजी दवाएं लिखने से परहेज नहीं करते।
करीब एक दशक से सीएचसी जैदपुर पर संविदा तैनाती बने रहना भी कस्बे में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि लंबे समय तक एक ही स्थान पर टिके रहने के पीछे चिकित्सक की ऊंची पकड़ और रसूख है।
कस्बे के सिराजुद्दीन अंसारी, जुनैद, अब्दुल्लाह, मोहम्मद इरशाद, मोहम्मद अनस, परवेज आलम, शेर अली, मोहम्मद आलम और मोहम्मद इमरान सहित बड़ी संख्या में लोगों ने डॉ. नजमुल को तत्काल सीएचसी जैदपुर से हटाए जाने की मांग की है। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आंदोलन किया जाएगा।
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