रामसनेहीघाट बाराबंकी। प्रदेश सरकार के स्पष्ट निर्देश के बावजूद भी तहसील स्तरीय अधिकारी रात्रि निवास मुख्यालय पर ना करके अपने घरों से आकर कार्य कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ खंड शिक्षा अधिकारी (एबीएसए) बनीकोडर के दो-दो कार्यालय होने पर अध्यापकों सहित बच्चों के अभिभावकों को दोनों जगह चक्कर लगाना पड़ता है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी जी तहसील स्तरीय अधिकारी को व कर्मचारी को अपने कार्यक्षेत्र में ही रात्रि निवास करने की बात कही थी किंतु रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र में उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार तथा क्षेत्राधिकारी को छोड़कर कोई भी अधिकारी मुख्यालय पर निवास नही कर रहा। सीडीपीओ बनी कोडार,खंड शिक्षा अधिकारी खंड विकास अधिकारी,अधिशासी अभियंता विद्युत,अधिशासी अभियंता नगर पंचायत, सहित राजस्व कर्मचारी अधिकारी विकास विभाग से जुड़े हुए ग्राम पंचायत अधिकारी कोई भी रात्रि निवास मुख्यालय पर नहीं कर रहा इससे सरकार की की गई घोषणा मजाक बन कर रह गई ।
वहीं दूसरी तरफ खंड शिक्षा अधिकारी बनी कोडार के दो जगह कार्यालय होने से अध्यापकों बच्चों के अभिभावकों काफी परेशानियां उठानी पड़ती है रामसनेहीघाट उच्च प्राथमिक विद्यालय में बना कार्यालय व कोटवा सड़क में बना कार्यालय कौन सा सही है कौन सा नहीं यह भ्रम की स्थिति बनी हुई है आखिरकार कौन-कौन से कार्यालय में किस दिन खंड शिक्षा अधिकारी बैठते हैं यह अध्यापकों अभिभावकों को पता ही नहीं चलता कुल मिलाकर सरकार के निर्देश का पालन ज़मीनी स्तर पर देखने को नहीं मिल रहा है। ऐसे में सरकार की छबि को धूमिल तो कर ही रहे है साथ ही साथ लोगों की समस्याओं का भी समाधान नही हो पा रहा।
पूरे मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ अनिल का कहना है अधिकारियों को तैनाती के स्थान पर निवास के ही निर्देश हैं। जो अधिकारी ऐसा नहीं कर रहा उस पर कार्यवाही होगी।