
सूरतगंज, बाराबंकी। थाना रामनगर क्षेत्र के बसंतपुर घाट गांव में बीते तीन दिनों से भय और आक्रोश का माहौल है। खेत में लगे यूकेलिप्टस के पेड़ों और पुरानी रंजिश से शुरू हुआ विवाद दो लोगों की मौत के साथ दर्दनाक त्रासदी में बदल गया। बुधवार को हुई कहासुनी गुरुवार शाम तक खूनी संघर्ष में बदल गई, जिसमें एक ही परिवार को बेरहमी से निशाना बनाया गया।
प्रार्थिनी सावित्री सिंह चौहान ने बताया कि उनके पिता विजय कुमार चौहान (करीब 40 वर्ष) लंबे समय से बटाई पर लिए गए खेत में खेती करते थे। बुधवार को विपक्षी पक्ष के छह लोगों ने कथित रूप से उनके लगाए हुए पेड़ काट दिए। सूत्रों का कहना है कि असली वजह पुराना विवाद था, पेड़ काटना तो केवल बहाना बना। गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे जब विजय कुमार खेत देखने पहुंचे, तो आरोपी पहले से मौजूद थे। आरोप है कि उन्होंने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से उन पर हमला कर दिया।
घायल अवस्था में विजय किसी तरह घर पहुंचे, लेकिन हमलावर वहां भी पहुंच गए और घर के पीछे के खेत में घुसकर परिवार पर हमला कर दिया। विजय की पत्नी, बेटी, भाई और चाचा, कोई भी उनकी हिंसा से नहीं बच सका। हमले के बाद आरोपी फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल लल्लू चौहान ने उसी रात लखनऊ में दम तोड़ दिया। विजय कुमार तीन दिनों तक जिंदगी और मौत से लड़ते रहे और शनिवार देर रात उन्होंने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया।
खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक विजय के पांच बच्चे- सावित्री, काजल, जुली, आलोक और प्रीतम- अब गहरे सदमे और दहशत में हैं। गांव में सन्नाटा पसरा है और महिलाएँ व बच्चे भयभीत हैं।
थाना प्रभारी अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि छह नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि दो को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।
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