नई दिल्ली से भाजपा की सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली सरकार के पूर्वमंत्री सत्येंद्र जैन की ओर से दायर आपराधिक मानहानि याचिका को राजनीति से प्रेरित बताया। आज बांसुरी स्वराज की ओर से राऊज एवेन्यू कोर्ट में कुछ दस्तावेज दाखिल किए गए। एडिशनल चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट नेहा मित्तल ने मामले की अगली सुनवाई 22 जनवरी को करने का आदेश दिया।
बांसुरी स्वराज की ओर से पेश वकील ने कहा कि जैन ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव की वजह से आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में जैन न्यायिक हिरासत में भी रहे हैं। उल्लेखनीय है कि चार जनवरी को कोर्ट ने बांसुरी स्वराज को दस्तावेज दाखिल करने के लिए समय दिया था। 16 दिसंबर 2024 को कोर्ट ने सत्येंद्र जैन की आपराधिक मानहानि याचिका पर संज्ञान लेते हुए बांसुरी स्वराज को नोटिस जारी किया था ।
सत्येंद्र जैन ने कहा था कि बांसुरी स्वराज के बयान ने उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की है। सत्येंद्र जैन ने कहा है कि बांसुरी स्वराज ने कहा था कि उनके घर से तीन करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। याचिका में कहा गया है कि बांसुरी स्वराज ने अपने बयान में कहा कि उनके घर से 1.8 किलोग्राम सोना और 133 सोने के सिक्के मिले थे।
याचिका में कहा गया है कि बांसुरी स्वराज ने 5 अक्टूबर 2023 को टीवी चैनल पर प्रसारित एक इंटरव्यू में उनकी छवि खराब करने वाले बयान दिए थे। इस बयान में बांसुरी स्वराज ने सत्येंद्र जैन को भ्रष्ट और फर्जी करार दिया था। ये बयान झूठे थे जिसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं था। सत्येंद्र जैन ने याचिका में कहा है कि बांसुरी स्वराज का ये बयान उन्हें बदनाम करने के लिए दिया गया। इस बयान के जरिये बांसुरी स्वराज बेजा राजनीतिक लाभ लेना चाहती थीं। इस इंटरव्यू को लाखों लोगों ने देखा। इससे उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई। बता दें कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले चल रहे हैं। सत्येंद्र जैन को इस मामले में 30 मई 2022 को गिरफ्तार किया गया था। सत्येंद्र जैन को 18 अक्टूबर को जमानत मिली थी।