
ढाका। बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और पूर्व सरकार के विरोध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। रविवार को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नुरुल हुदा पर भीड़ ने हमला किया और उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी कर लिया गया। यह घटना तब हुई जब खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी ने हुदा और 18 अन्य के खिलाफ चुनाव में धांधली का मामला दर्ज कराया।
ढाका में हुदा के घर पर हमला, जूतों की माला पहनाई गई
ढाका के उत्तरा इलाके में स्थित उनके आवास पर भीड़ ने अचानक धावा बोल दिया। पूर्व सीईसी नुरुल हुदा को भीड़ ने घर से खींचकर बाहर निकाला, जूतों से पीटा, अंडे मारे, और गालियों से अपमानित किया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि उन्हें गले में जूतों की माला पहनाई गई। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और हुदा को हिरासत में ले लिया गया।
बीएनपी की शिकायत, शेख हसीना पर भी आरोप
बीएनपी ने हुदा समेत 19 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। आरोपियों में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का नाम भी शामिल है। बीएनपी का आरोप है कि हुदा के नेतृत्व में हुए 2014, 2018 और 2024 के आम चुनावों में बड़े स्तर पर धांधली हुई और जनादेश के बिना अवामी लीग सत्ता में आई।
सरकार की चेतावनी: ‘कानून हाथ में न लें’
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने बयान जारी करते हुए कहा कि,
“कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विरोध का अधिकार सभी को है, लेकिन **हिंसा या अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
शेख हसीना समर्थक निशाने पर
शेख हसीना सरकार के अपदस्थ होने के बाद से ही देश में राजनीतिक हिसाब-किताब का दौर चल रहा है।
- कई अवामी लीग नेता गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
- कुछ नेता देश छोड़कर भाग चुके हैं।
- नुरुल हुदा पर हमला उसी क्रम में देखा जा रहा है।
क्या है आगे की प्रक्रिया?
पूर्व चुनाव आयुक्त नुरुल हुदा को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
इस मामले को लेकर देश में राजनीतिक ध्रुवीकरण और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
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