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बांदा। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) की मंडलीय बैठक में खाद संकट, धान खरीद केंद्र बंद होने समेत तमाम मुद्दे छाए रहे। समस्याओं पर चर्चा करते हुए निराकरण की रूपरेखा तय की गई। बाद में किसान नेताओं ने आयुक्त को 11 सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के शीघ्र निराकरण कराए जाने की मांग की।
भाकियू की मंडलीय बैठक में किसान समस्याओं पर हुई चर्चा
कृषि कार्यालय परिसर में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन की मंडलीय बैठक में संगठन की समीक्षा के साथ किसान समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान जनपद में खाद संकट और धान खरीद केंद्र बंद होने समेत तमाम मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। मंडल अध्यक्ष कमल नयन सिंह पटेल ने कहा कि किसानों को खाद नहीं मिल रही है। खाद संकट के चलते किसानों की बुआई पिछड़ रही है। मंडल के चारों जनपदों में अन्ना मवेशी किसानों की फसलों को सफाचट कर रहे हैं। कागजों में ज्यादातर गौशालाएं संचालित की जा रही हैं। अधिकारियों की लापरवाही से जिले का अन्नदाता अपनी फसलों को बचाने के लिए सर्द रात खेत में बिताने को मजबूर है।
कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र अध्यक्ष बैजनाथ अवस्थी ने आरोप लगाया कि सहकारिता व पीसीएफ अधिकारी व कर्मचारी किसानों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं हैं। बबेरू स्थित मंडी में किसानों से धान खरीद में दो फीसदी टीडीएस के नाम पर लिया जा रहा है। 62 किलो धान खरीद कर किसानों को 60 किलो का भुगतान किया जा रहा है। चेतावनी दी कि किसानों की समस्याओं का निराकरण जल्द न किया गया तो पूरे मंडल में किसान यूनियन आंदोलन करेगी। ज्ञापन देने वालों में अनीता सिंह, बृजेश सिंह, रामखिलावन शुक्ला, रामदास साहू, रश्मी सिंह, बृजराज सिंह यादव, हरिहर दीक्षित आदि शामिल रहे।