Banda : घरेलू हिंसा और दहेज उन्मूलन को लेकर महिलाओं को किया जागरूक

  • मिशन शक्ति-5.0 के तहत ग्रामीण महिलाओं को बताई गईं कल्याणकारी योजनाएं
  • जिला प्रोबेशन विभाग और वनांगना संस्था के संयुक्त तत्वावधान में हुआ आयोजन

Banda : मिशन शक्ति-5.0 के तहत चल रहे जागरूकता कार्यक्रमों के तहत जिला प्रोबेशन विभाग और वनांगना संस्था के संयुक्त तत्वावधान में हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वूमेन थीम पर आधारित जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अतर्रा, नरैनी, बदौसा, तिंदवारी, बिसंडा, कोर्रही, हरदौली, छनेहरा, मोहनपुरवा आदि गांवों की महिलाओं ने प्रतिभाग किया और महिला हिंसा और दहेज उन्मूलन आदि विषयों पर विभिन्न कानूनाें से रूबरू हुईं।

जिला प्रोबेशन विभाग के हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वूमेन थीम के तहत वनांगना सेवा संस्थान में जागरूकता चौपाल लगाकर ग्रामीण महिलाओं को कानूनी

जानकारियों और कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूक किया गया। जेंडर विशेषज्ञ कामिनी सिंह ने महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सजग एवं जागरूक रहने की नसीहत दी। कहा कि महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा को लेकर विभिन्न हेल्पलाइन नंबर संचालित हैं, उनका सदुपयोग करके महिलाएं अपनी कानूनी तौर पर सुरक्षा कर सकती हैं। उन्होंने दहेज उत्पीड़न के मामलों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि दहेज की मांग या उत्पीड़न के खिलाफ आईपीसी की धारा 498, 406, 304 के तहत सात साल की सजा या उम्रकैद और जुर्माना का प्रावधान है। हालांकि कामिनी सिंह ने दहेज प्रथा पर अंकुश लगाने के लिए शिक्षा को महत्वपूर्ण बताया। कहा कि बेटियों को सशक्त बनाने और सामाजिक मानसिकता में बदलाव लाकर दहेज हिंसा के मामलों में कमी लाई जा सकती है।

उन्होंने दहेज उत्पीड़न को लेकर कड़े कानून बनाने और सख्ती से लागू करने पर जोर दिया। सुश्री सिंह ने बेटियों को अच्छी शिक्षा देने, कैरियर के अवसर प्रदान करने, आत्मनिर्भर बनाने और विवाह आपसी सम्मान व प्यार का रिश्ता समझने की बात कही। जिला मिशन कोआर्डिनेटर आकांक्षा सिंह ने महिला कल्याण विभाग से संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार महिलाओं के हित के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित पेंशन योजना, महिला सशक्तिकरण केंद्र, वन स्टॉप सेंटर, चाइल्ड लाइन समेत िवभिन्न हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास कर रही है। इस मौके पर वरांगना सेवा संस्थान से सबीना मुमताज, शोभा देवी, फरहा खातून, माया, गीता, शाहिना, असमीन, रामप्यारी, गीता, नूर बानो, कुलसुम समेत तमाम महिलाएं व बालिकाएं शामिल रहीं।

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